धनबाद: इंस्टीटय़ूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया (आइसीएआइ) की ओर से रविवार को धनसार स्थित एक होटल में एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया. विषय न्यू कंपनीज एक्ट 2013 एवं सर्विस टैक्स था. इसमें मुख्य वक्ता धर्मेद्र श्रीवास्तव ने सर्विस टैक्स एवं अक्षय गुप्ता ने कंपनीज एक्ट 2013 पर जानकारी दी.
श्री गुप्ता ने बताया कि 1956 कंपनीज एक्ट के बाद 2013 में दोबारा आया, जिसमें काफी बदलाव आ गये. पहले कोई कंपनी बनने के लिए दो डायरेक्टर जरूरी थे, जबकि अब वन पर्सन कंपनी (ओपीसी) विकल्प है. इनलिस्टेड कंपनी के लिए बोर्ड ऑफ डायरेक्टर में 25 फीसदी महिलाओं का होना जरूरी है. कंपनी से लोन लेने के लिए नये प्रावधान आ गये, जिसमें सीमाएं बांध दी गयी है.
उन्होंने शेयर इश्यू में नये प्रावधानों की भी जानकारी दी. बताया कि ओपन टेंडर के माध्यम से भी शेयर दिये जा सकते हैं. वहीं दूसरे सत्र में सर्विस टैक्स प्रसिद्ध वक्ता श्री श्रीवास्तव ने बताया कि 105 तरह के सर्विस टैक्स लगते थे, जो अब लगभग 250 से अधिक हो गये हैं. उन्होंने रियल इस्टेट में आये बदलाव पर भी विस्तार पूर्वक बताया.
जबकि गुड्स एंड सर्विस टैक्स के बारे में भी जानकारी दी. कार्यक्रम के लिए 125 सीए ने रजिस्ट्रेशन कराया था, जो धनबाद के अलावा झरिया, बोकारो, कतरास, गिरिडीह, देवघर आदि के थे. वहीं कॉरपोरेट की ओर से कार्यक्रम में बीसीसीएल, सीसीएल, सेल बोकारो के प्रतिनिधियों ने भाग लिया. इससे पहले शनिवार को कोल इंडिया के सीए एसके मेहता की पहल पर 20 सदस्यों ने इंडस्ट्रियल विजिट के तौर पर मुनीडीह कोलियरी का दौरा किया था. इसमें सीआइआरसी के समिति के चेयरमैन नीतीश अग्रवाल, सचिव अभिचल कपूर, कोषाध्यक्ष पीयूष अग्रवाल एवं धनबाद शाखा के अध्यक्ष अनंत भरतिया, उपाध्यक्ष श्याम सुंदर साह, राहुल अग्रवाला आदि मौजूद थे.