धनबाद: एनआरएचएम के तहत चलाये जा रहे मातृत्व व शिशु मृत्यु दर को रोकने में धनबाद को शानदार सफलता मिली है. जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम, नियमित टीकाकरण, कुपोषण, मातृ व बाल सुरक्षा कार्यक्रम में जिले की शानदार उपलब्धि रही. राज्य स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव के विद्यासागर की ओर इस संबंध में रिपोर्ट जारी की गयी है.
कैसे मिला रैकिंग : माताओं के गर्भ धारण से लेकर प्रसव व इसके बाद बच्चों को पांच साल के होने तक विभिन्न कार्यक्रम चालाये जा रहे हैं. जब माता गर्भवती होती हैं, तो इनकी नियमित जांच करायी जाती है. टेटनस का टीका लगाया जाता है.
प्रसव के समय ममता वाहन को लगाया जाता है, जो घर से लेकर केंद्र पर गर्भवती माता को पहुंचाता हैं. संस्थागत प्रसव के लिए माता को चौदह सौ व शहरी क्षेत्र के लिए एक हजार रुपये दिए जाते हैं. बच्च होने के बाद उसे टीकाकरण प्रक्रिया चक्र में लाया जाता है. पांच वर्षो तक बच्चों को टीका दिया जाता है. बच्चों को बीसीजी, खसरा आदि के टीके होते हैं.
टीम वर्क का परिणाम : जिला आरसीएच पदाधिकारी डॉ बीके गोस्वामी ने बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में धनबाद का रिजल्ट बेहतर रहा. इसमें सभी अधिकारियों व कर्मचारियों का अहम रोल रहा है. टीम वर्क के कारण यह उपलब्धि हासिल हुई है. सभी बधाई के पात्र हैं.