धनबाद: धनबाद में सबसे बड़ा व सक्रिय चेंबर के रूप में बैंक मोड़ चेंबर की पहचान है. कार्य क्षेत्र बैंक मोड़ होने के कारण इस चेंबर की अपनी महत्ता है. यहां रोजमर्रा से लेकर विलासिता के सभी सामान मिलते हैं. प्रतिदिन करोड़ों का कारोबार होता है.
यहां चेंबर चुनाव को लेकर कभी भी मतभेद नहीं हुआ और सर्वसम्मति से पदाधिकारी का चयन होता रहा है. एक तो टर्म में चुनाव हुआ, लेकिन वह भी अध्यक्ष पद के लिए. इधर एक साल से चेंबर में कुरसी की लड़ाई शुरू हो गयी है. पिछली आम सभा में हंगामा इसका उदाहरण है. बॉयलॉज पर कुछ लोगों ने सवाल उठा दिया. आम सभा ने बॉयलॉज में संशोधन के लिए एक कमेटी गठित की. अब संशोधन कमेटी द्वारा सौंपे बॉयलॉज पर भी सवाल उठ रहे हैं. बॉयलॉज का मामला अभी शांत ही नहीं हुआ था कि गुमनाम पत्र ने बैंक मोड़ चेंबर में खलबली मचा दी. पुटकी चेंबर के पूर्व अध्यक्ष नागेंद्र शुक्ला के नाम से गुड लक कुरियर से बैंक मोड़ चेंबर के कई पदाधिकारियों को पत्र आया है. पत्र में बैंक मोड़ चेंबर अध्यक्ष के बारे में जिक्र है. उन पर कई आरोप लगाये गये हैं.
मुङो पत्र की जानकारी नहीं : पुटकी चेंबर के पूर्व अध्यक्ष नागेंद्र शुक्ला का कहना है कि पत्र की जानकारी नहीं है. कहा कि मैंने ऐसा कोई पत्र नहीं भेजा. अगर किसी ने इस तरह की गंदी हरकत की है. वह समाज व चेंबर के लिए अच्छा व्यक्ति नहीं हो सकता. उस पर कार्रवाई होनी चाहिए. इधर बैंक मोड़ चेंबर सचिव सुरेंद्र अरोड़ा व उपाध्यक्ष प्रभात सुरोलिया ने मामले में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया.
हरकत निंदनीय : जिला चेंबर अध्यक्ष राजीव शर्मा ने कहा कि इस तरह हरकत निंदनीय है. जिला में बैंक मोड़ चेंबर एक प्रमुख चेंबर है. अनुराधा कांड के बाद जिला चेंबर का गठन हुआ. चेंबर के वरीय पदाधिकारियों पर आरोप लगाना कहीं से भी न्याय संगत नहीं है. अगर चेंबर के किसी सदस्य को आपत्ति है तो वह अपनी बात चेंबर की बैठक में रखें. इस तरह की ओछी मानसिकता रखना गलत है.