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पीएमसीएच में प्रशासक, प्रबंधक और वित्त अधिकारी की होगी बहाली

धनबाद/रांची : पाटलिपुत्र मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच)धनबाद और महात्मा गांधी मेडिकल (एमजीएम) कॉलेज जमशेदपुर में स्वास्थ्य सेवाओं व सुविधाओं की खराब हालत को लेकर मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में रांची में बैठक हुई. इसमें खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय तथा स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी तथा विभागीय सचिव नितिन मदन कुलकर्णी सहित कई पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया. […]

धनबाद/रांची : पाटलिपुत्र मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच)धनबाद और महात्मा गांधी मेडिकल (एमजीएम) कॉलेज जमशेदपुर में स्वास्थ्य सेवाओं व सुविधाओं की खराब हालत को लेकर मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में रांची में बैठक हुई. इसमें खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय तथा स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी तथा विभागीय सचिव नितिन मदन कुलकर्णी सहित कई पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया. मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएमसीएच धनबाद व एमजीएम जमशेदपुर दोनों अस्पतालों में प्रशासन का काम संभालने के लिए प्रशासक का एक पद सृजित होगा.

अस्पताल प्रबंधन के लिए भी एक प्रबंधक की नियुक्ति होगी. वहीं एक वित्त अधिकारी भी बहाल होंगे. दोनों अस्पतालों में चिकित्सकों के रिक्त पद भरे जाने का निर्देश दिये.कहा कि एमजीएम और पीएमसीएच में मैन पावर बढ़ाने की दिशा में तेजी से कार्य करें. जो भी रिक्तियां हैं, उसके एवज में भर्ती की प्रक्रिया जल्द से जल्द शुरू की जाये. प्रोफेशनल लोगों की भर्ती करें, ताकि निजी अस्पतालों की तर्ज पर सरकारी अस्पतालों में भी प्रबंधन चले. चिकित्सक के राउंड के दौरान मरीज के साथ एक से अधिक अटेंडेंट न हो.

इसे भी कड़ाई से लागू किया जाये. व्यवस्था बनी रहेगी, तो मरीजों को ही आसानी होगी. मरीजों के परिजनों के लिए कार्ड जारी करें, ताकि बेवजह की भीड़ से बचा जा सके. कहा कि सरकारी अस्पताल में गरीब इलाज कराने आते हैं. उनका इलाज भी सही तरीके से हो, यह हमारा लक्ष्य है.
अस्पतालों की बेहतरी के लिए फंड की कमी नहीं होगी. बैठक में मुख्य सचिव श्री सुधीर त्रिपाठी, वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री सुखदेव सिंह, शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव श्री एपी सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ सुनील कुमार वर्णवाल समेत अन्य भी उपस्थित थे.
पीएमसीएच में सृजित हैं 375 पद
पीएमसीएच में नर्स व पारा मेडिकल कर्मियों के लिए 375 पद सृजित हैं. 2017 में कैबिनेट में इन पदों की स्वीकृति प्रदान की गयी थी. फिलहाल आउटसोर्सिंग के तहत यहां नर्स व पारा मेडिकल कर्मियों की सेवा ली जा रही है. तीन वर्ष से यहां आउटसोर्सिंग कर्मी कार्यरत हैं. एमसीआइ बार-बार स्थायी कर्मियों को बहाल करने का निर्देश दे रही है.
बैठक में इन बातों का निर्णय
स्वीकृत खाली पदों को जल्द भरने की प्रक्रिया शुरू हो.
निजी अस्पतालों की तरह होगी प्रोफेशनल की बहाली
चिकित्सक के राउंड के वक्त मात्र एक अटेंडेंट ही अस्पताल में रहें.
अस्पताल में आने के लिए मरीजों के लिए इंट्री कार्ड बनाया जाये.
अस्पताल में जमा बेवजह भीड़ को रोका जाये.
गरीब मरीजों के इलाज में कोताही नहीं हो.
छह प्रोफेसर, 14 एसोसिएट व 38 असिस्टेंट प्रोफेसर चाहिए
पीएमसीएच के प्राचार्य डॉ शैलेंद्र कुमार ने बैठक में जरूरी संसाधनों की कमी की जानकारी दी. बताया कि फिलहाल सौ सीटों के लिए पर्याप्त शिक्षकों की कमी है. इस कारण एमसीआइ की शर्तें पूरी नहीं हो पा रही हैं. शिक्षकों की कमियों को पूरा किये बिना एमसीआइ सौ सीटों की स्थायी मान्यता नहीं दे सकती हैं.
उन्होंने कहा कि पीएमसीएच में सौ सीटों के लिए 189 शिक्षकों की जरूरत हैं. फिलहाल पीएमसीएच में शिक्षकों की संख्या 111 के आसपास है. और छह प्रोफेसर, 14 एसोसिएट प्रोफेसर, 38 असिस्टेंट प्रोफेसर, 10 रेजिडेंट, 10 ट्यूटर (कुल 78) की जरूरत है.

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