धनबाद: गुरुवार रात को पकड़े गये नन बैंकिंग कंपनी एरिल के डायरेक्टर विप्लव डे व कंपनी के पदाधिकारी आशुतोष मिश्र, निहारेंदु बनर्जी को पुलिस ने शुक्रवार को जेल भेज दिया. कंपनी पर मैच्योरिटी के बाद भी निवेशकों के रुपये नहीं लौटाने का आरोप है. एसपी हेमंत टोप्पो ने एरिल के डायरेक्ट विप्लव डे व कंपनी के दोनों पदाधिकारियों से पूछताछ की. एसपी ने निवेशक के पैसे लौटाने का दबाव बनाया तो वे टूट गये. कहा कि पैसा लौटाने में वे असमर्थ हैं.
सरायढेला थाना में कई केस : एरिल कंपनी के खिलाफ इससे पहले सरायढेला थाना में कई निवेशकों ने केस किया था. निवेशकों का आरोप था कि पैसे लेते समय कंपनी के एजेंटों ने कई सब्जबाग दिखाये थे. लेकिन परिपक्वता पूरी होने के बाद भी पैसे नहीं लौटाये जा रहे है. निवेशकों ने पैसे वापस कराने की गुहार लगायी थी. अमूमन ग्रामीण क्षेत्रों में काफी संख्या में लोगों से कंपनी ने धन संग्रह किया था.
एसपी से मिले निवेशक-एजेंट : एरिल कंपनी के पदाधिकारियों से मिलने के बाद एजेंट व निवेशकों ने भी एसपी से मुलाकात की. उनका कहना था कि हमें अंधेरे में रखा गया था. राशि किसी तरह लौटवा दें. वहीं एजेंटों ने कहा कि कमीशन के नाम पर हमें हसीन सपने दिखाये गये थे. इस कारण हमने दिहाड़ी मजदूर से लेकर रिटायर होने वाले लोग से धन संग्रह कर लिये. अब मैच्योरिटी पूरी हो गयी है. निवेशक रोज आकर अपने पैसे मांगते हैं. जान मारने की धमकी देते हैं. इस कारण घर में रहना भी दूभर हो गया है. निवेशक को पैसा मिलना जरूरी है.