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रंजीत सिंह हत्याकांड में दो शूटर मुंबई से गिरफ्तार
धनबाद : झावियुमो जिलाध्यक्ष रंजीत सिंह की हत्या को अंजाम देने वाले दो शूटरों को पुलिस ने मुंबई से गिरफ्तार कर लिया है. दोनों शूटरों ने हत्या में अपनी संलिप्तता, हत्या के षड्यंत्रकारी, हथियार व वाहन उपलब्ध कराने वाले आदि की विस्तृत जानकारी पुलिस को दी है. एसआइटी के पुलिस अफसर दोनों शूटरों को लेकर […]
धनबाद : झावियुमो जिलाध्यक्ष रंजीत सिंह की हत्या को अंजाम देने वाले दो शूटरों को पुलिस ने मुंबई से गिरफ्तार कर लिया है. दोनों शूटरों ने हत्या में अपनी संलिप्तता, हत्या के षड्यंत्रकारी, हथियार व वाहन उपलब्ध कराने वाले आदि की विस्तृत जानकारी पुलिस को दी है. एसआइटी के पुलिस अफसर दोनों शूटरों को लेकर धनबाद के लिए रवाना हो गये हैं.
पुलिस मामले में पूरी गोपनीयता बरत रही है. पुलिस सूत्रों का कहना है कि रंजीत की हत्या को अंजाम देने के बाद दोनों प्लेन से मुंबई भाग गये थे. पुलिस को मोबाइल कॉल डिटेल, दोनों के परिजनों व संपर्क से लोगों से पूछताछ में अहम जानकारी मिली थी. इसी आधार पर एसआइटी टीम के एक इंस्पेक्टर व एक दारोगा को मुंबई भेजा गया था.
वरीय पुलिस अधिकारियों ने वहां के पुलिस कमिश्नर से बात की थी. पुलिस कमिश्नर ने लोकल पुलिस थानों को धनबाद पुलिस की मदद कर अपराधियों को गिरफ्तार करवाने को कहा था. मुबंई पहुंची धनबाद पुलिस की टीम ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से नाटकीय तरीके से दोनों को दबोच लिया. स्थानीय थाना ले जाकर पूछताछ की गयी. धनबाद में वरीय अफसरों को दोनों की गिरफ्तारी की सूचना दे दी गयी है. दोनों शूटरों की गिरफ्तारी से पुलिस गद्गद है. इधर, शूटरों से हत्या के संबंध में मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने केंदुआडीह, कतरास समेत कई स्थानों पर छापामारी की है.
पुलिस को राजेश चौहान व बिट्टू रवानी के यूपी में छुपे होने की सूचना मिली थी. इसी आधार पर एसआइटी के तीन पुलिस अफसर यूपी में कैंप कर रहे हैं. मिर्जापुर, गाजियाबाद समेत कई जगहों पर दोनों की खोज में छापामारी की जा रही है. दोनों के मोबाइल कॉल डिटेल से भी पुलिस को रंजीत हत्याकांड से जुड़े लोगों के बारे में कई नयी जनकारी हासिल हुई है.
फ्लैश बैक
अपनी स्विफ्ट डियाजर से गोंदुडीह से झरिया लौट रहे झावियुमो जिला अध्यक्ष रंजीत सिंह की 21 अगस्त की शाम कुसुंडा रेलवे फाटक के समीप गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी. बाइक सवार क्रिमिनल कार पर फायर कर भाग निकले थे. गोलीबारी में कार चालक मुन्ना भी जख्मी हुआ था. आरोप है कि जेल से गैंग्स के नाम पर रंजीत से रंगदारी मांगी जा रही थी. मामले के खुलासे के लिए एसपी ग्रामीण आशुतोष शेखर के नेतृत्व में एसआइटी गठित की गयी है.
बिट्टू का साथी गोधर से पकड़ा गया
धनबाद. रंजीत सिंह हत्याकांड में गोंदुडीह पुलिस ने पंकज यादव नामक गोधर के युवक को पकड़ा है. पुलिस पंकज को हाजिर कराने के लिए दो दिनों से उसके पिता को रखे हुई थी. बताया जाता है कि कुसुंडा साइडिंग में बिट्टू रवानी व रंजीत के बीच जिस दिन विवाद हुआ था, उस दिन बिट्टू के साथ पंकज भी था. रंजीत ने अपने कई लोगों को बताया था कि बिट्टू रवानी साइडिंग के काम में बाधा डाल रहा है. साइडिंग में पहले दूसरी कंपनी को काम मिला था. जिसे बिट्टू ही देखता था. बीकेबी के आने के बाद झरिया विधायक की पहल पर कंपनी ने रंजीत को साइड इंचार्ज बनाया था.
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