भौंरा: मोहलबनी नगीना बाजार में रैयतों की बैठक हुई. इसमें मुख्य अतिथि विधि आयोग के अध्यक्ष राज किशोर महतो ने कहा कि रैयत अपनी जमीन का रेट रजिस्ट्री से पहले तय कराये. बीसीसीएल के सीएमडी की कथनी व करनी में बहुत अंतर है. श्री महतो ने कहा कि बीसीसीएल ने रैयतों से उनकी जमीन के बदले मुआवजा व नियोजन के लिए एकरार किया था.
उसका सम्मान करना चाहिए. 35 वर्ष पूर्व किये गये एकरारनामे को आज भी पूरा नहीं किया गया. छोटानागपुर कास्तकारी अधिनियम के अंतर्गत जमीन खरीदारी की अनुमति भी नहीं ली है, बावजूद रैयतों की जमीन से कोयला निकाल लिया. सरकारी कंपनी का यह रवैया भारतीय संविधान व कास्तकारी अधिनियम के विरुद्ध है. श्री महतो ने कहा कि इस मामले में उपायुक्त निर्णय लेने में सक्षम अधिकारी हैं.
यदि रैयतों को उचित जमीन का मूल्य नहीं मिला तो वे आंदोलन के लिए बाध्य होंगे. उसका नुकसान कंपनी को भुगतना पड़ेगा. बैठक में बीसीसीएल जोन के अध्यक्ष अशोक महतो, कमल किशोर, पोल्टू महतो, हरि सिंह, हिम्मत सिंह, निरंजन महतो, श्रीकांत महतो, फूलचंद महतो, मधु महतो, पीका महतो, सहदेव, महादेव, रवि भास्कर, विमल महतो, छोटैया मांझी, रवि मांझी, सुखदेव, लेबिन मांझी, आनंद मल्लिक आदि थे.