-मंत्री ने दिया स्थायी समाधान का आश्वासन
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विधानसभा में उठा मामला: पांच महीने का वेतन देने को विभाग तैयार, जमाडाकर्मियों का इनकार
-मंत्री ने दिया स्थायी समाधान का आश्वासन धनबाद : 39 माह के बकाया वेतन भुगतान की मांग को लेकर दो दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल का मामला शनिवार को विधानसभा में उठा. विधायक राज सिन्हा ने कहा कि वेतन नहीं मिलने के कारण जमाडाकर्मी आज भुखमरी के कगार पर हैं. दूसरी तरफ, हड़ताल के कारण धनबाद […]
धनबाद : 39 माह के बकाया वेतन भुगतान की मांग को लेकर दो दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल का मामला शनिवार को विधानसभा में उठा. विधायक राज सिन्हा ने कहा कि वेतन नहीं मिलने के कारण जमाडाकर्मी आज भुखमरी के कगार पर हैं. दूसरी तरफ, हड़ताल के कारण धनबाद के लाखों लोग पानी के लिए त्राहि-त्राहि कर रहे हैं. इस पर राज्य के नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने कहा कि सरकार इस मुद्दे का स्थायी समाधान निकालने के प्रयास में लगी है. सोमवार को राज्य के नगर विकास सचिव इस मुद्दे पर बैठक करेंगे. इस दौरान सदन में मुख्यमंत्री रघुवर दास भी मौजूद थे.
जल दर बढ़ाने पर जल्द होगा फैसला : सचिव : राज्य के नगर विकास सचिव अजय कुमार सिंह ने कहा कि जमाडा की जल दर बढ़ा कर नगर निगम के बराबर करने पर जल्द ही फैसला होगा. प्रस्ताव मंगाया गया है. सोमवार की बैठक में इस पर चर्चा होगी. साथ ही विभाग कर्मियों के बकाया 40 में से पांच माह का वेतन एक सप्ताह में देने की कार्रवाई कर रहा है. जमाडा एमडी को भी राजस्व संग्रह तेज करने को कहा गया है ताकि कर्मियों को नियमित रूप से वेतन मिलता रहे.
मंत्री ने विधायक, सचिव के साथ की बैठक
बाद में नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने जमाडा के मामले पर विधायक राज सिन्हा एवं नगर विकास सचिव अजय कुमार सिंह के साथ बैठक कर जमाडा कर्मचारियों की समस्याओं पर चर्चा की. विधायक ने कहा कि जमाडा के सैकड़ों कर्मियों को 39 माह से वेतन नहीं मिलने के कारण स्थिति बहुत विकट है. कहा कि जमाडा की जल दर बढ़ा कर नगर निगम की जल दर के बराबर करने की मांग बार-बार हो रही है. पूर्व में कैबनेट से और विधानसभा से यह पास भी हो चुका है. लेकिन विभाग इसे अभी तक लागू नहीं किया है. इसे लागू किया जाये.
इधर, प्रभारी एमडी से वार्ता फिर विफल, हड़ताल जारी
धनबाद : जमाडा में बेमियादी हड़ताल दूसरे दिन शनिवार को भी जारी रही. हड़ताल के कारण उत्पन्न जल संकट के आलोक में आज मुख्यालय में प्रभारी प्रबंध निदेशक सह ननि के नगर आयुक्त राजीव रंजन के आमंत्रण पर हड़ताली कर्मियों के साथ शाम पांच बजे हुई वार्ता विफल रही. यह वार्ता मुख्यालय स्थित उनके कक्ष में हुई. वार्ता के दौरान प्रभारी प्रबंध निदेशक ने कर्मियों को आश्वस्त किया कि वह कर्मियों को पांच माह का एकमुश्त वेतन वह दिलवायेंगे. जनहित में वे हड़ताल तोड़कर जलापूर्ति शुरू करायें. लेकिन हड़ातली कर्मियों का कहना था कि उन्हे पांच माह नहीं 39 महीने का बकाया वेतन एकमुश्त चाहिए. जब तक इस मामले में कोई संतोषजनक निर्णय नहीं होता वे हड़ताल नहीं तोड़ेंगे. प्रबंध निदेशक ने उन्हें बताया कि सोमवार को रांची में उनके संबंध मे कोई न कोई ठोस निर्णय ले लिया जायेगा. प्रबंध निदेशक ने यह भी समझाया कि आगे उन्हें नियमित वेतन मिलता रहेगा. लेकिन हड़ताली कर्मी नहीं माने. कहा कि जब तक एकमुश्त वेतन पर बात नहीं बनेगाी, हड़ताल नही टूटेगी.
उन्होंने कहा कि जनता के प्रति उन्हें भी कम मोह नहीं है. लेकिन बिना वेतन के वे जलापूर्ति नहीं करा सकते. ऊपर से उच्च अधिकारी उन्हें जानवर की तरह डांटे -फटकारे यह अब और बर्दाश्त नहीं होगा. विदित हो कि इस बेमियादी हड़ताल के कारण धनबाद कोयलांचल की 20 लाख की आबादी की जलापूर्ति पिछले दो दिनों से प्रभावित है.जबकि इसका प्रतिकूल असर जमाडा क्षेत्र के सफाई व भवन निर्माण का नक्श पास करने पर भी पड़ रहा है.
जनता से अपील : जमाडा के हड़ताली कर्मियों ने बाधित जलापूर्ति से प्रभावित उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे उनका साथ दें. जैसे उनकी मांग पर कोई ठोस पहल होती है वे जलापूर्ति शुरू कर देंगे.
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