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एसएसएलएनटी अस्पताल पीपीपी मोड पर खुलेगा
धनबाद : टेलीफोन एक्सचेंज रोड स्थित एसएसएलएनटी अस्पताल अब पीपीपी मोड पर खोला जायेगा. इसके लिए सरकार तैयारी कर रही है. इसके लिए देश के बड़े अस्पतालों को आमंत्रित किया जायेगा. यह करार एक प्रक्रिया के तहत की जायेगी. ये बातें झारखंड रूरल हेल्थ मिशन सोसाइटी (जेआरएचएम) के निदेशक केएन झा ने कही. वह प्रधानमंत्री […]
धनबाद : टेलीफोन एक्सचेंज रोड स्थित एसएसएलएनटी अस्पताल अब पीपीपी मोड पर खोला जायेगा. इसके लिए सरकार तैयारी कर रही है. इसके लिए देश के बड़े अस्पतालों को आमंत्रित किया जायेगा. यह करार एक प्रक्रिया के तहत की जायेगी. ये बातें झारखंड रूरल हेल्थ मिशन सोसाइटी (जेआरएचएम) के निदेशक केएन झा ने कही.
वह प्रधानमंत्री के 25 मई को धनबाद आगमन पर पीएमसीएच में व्यवस्था का जायजा ले रहे थे. उन्होंने कहा कि अस्पताल को लेकर सरकार सक्रिय है. पीपीपी मोड पर देने पर यहां के लोगों को कम दर पर अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं दी जा सकेंगी. एक चयन प्रक्रिया के तहत अस्पताल को चुना जायेगा. प्रक्रिया को लेकर विभागीय मंथन चल रहा है. उनके साथ हेल्थ निदेशक सुमंत मिश्रा सहित अन्य पदाधिकारी भी मौजूद थे.
142 पद हुए हैं स्वीकृत,
नहीं मिल रहे चिकित्सक
एसएसएलएटी अस्पताल के लिए वर्ष 2017 में 142 पद कैबिनेट से स्वीकृत किये गये हैं, लेकिन चिकित्सकों की भारी कमी से अस्पताल खुलने में परेशानी हो रही है. इसमें स्त्री व प्रसूति रोग विशेषज्ञ, एनेस्थेटिक्स, शिशु रोग विशेषज्ञ के लगभग 30 पद स्वीकृत हैं. इसके साथ ए ग्रेड नर्स, प्रशिक्षित कर्मी के पद भी स्वीकृत हैं, लेकिन अभी तक बहाली को लेकर कोई कार्य नहीं हुआ.
जल्द खुलेगा सदर अस्पताल : डायरेक्टर
धनबाद. मिशन डायरेक्टर केएन झा ने बताया कि धनबाद में सदर अस्पताल जल्द खोला जायेगा. इसके लिए सिविल सर्जन को टेकओवर करने का निर्देश दिया गया है. टेकओवर के बाद बहाली सहित अन्य प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी. अस्पताल को खोलने को लेकर कई योजनाएं भी हैं, जिससे सरकार को अवगत कराया जायेगा. बता दें कि वर्ष 2008 में सदर अस्पताल का शिलान्यास किया गया था, अब जाकर अस्पताल का काम पूरा हुआ है. हालांकि भवन हैंडओवर नहीं किया गया है.
कभी अखंड बिहार में थी प्रसिद्धि
60-70 के दशक में इस अस्पताल की पूरे बिहार में प्रसिद्धि थी. वर्ष 2004 के बाद यह अस्पताल बंद हो गया. पीएमसीएच की मान्यता के लिए एसएसएलएनटी अस्पताल को मर्ज कर दिया. यहां के चिकित्सक व कर्मचारी को पीएमसीएच रेफर कर दिया गया. हाइकोर्ट के निर्देश के बाद वर्ष 2010 से ओपीडी शुरू की गयी. अभी मात्र तीन चिकित्सक डॉ जीतेश रंजन (अधीक्षक), डॉ अनिता कुमारी, डॉ अनुपमा सेवा दे रहे हैं. वहीं लगभग 18 कर्मचारी सेवारत हैं.
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