पुटकी: कैप्टिव पावर प्लांट (सीपीपी) मुनीडीह में कार्यरत प्राइवेट मजदूरों के बकाये वेतन भुगतान के मांग के संबंध में सहायक श्रमायुक्त कार्यालय धनबाद में शनिवार को हुई वार्ता बेनतीजा रही. सीपीपी के ओएसडी (कंसोरटियम) प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंधन पक्ष के किसी प्रतिनिधि के शामिल नहीं होने से कोई परिणाम नहीं निकला. वार्ता में सहायक श्रमायुक्त पक्ष के अलावा सीपीपी वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष जेपी तिवारी, उमेश सिंह, बबलू सिंह, अखिलेश सिंह, अंबिका सिंह, अजीत सिंह, अविनाश सिंह, सतीश महतो आदि शामिल थे.
भुगतान नहीं हुआ : इधर सीपीपी को लीज पर संचालित कर रही है ओएसडी (कंसोरटियम) प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक प्रदीप कुमार सिंह ने बीसीसीएल द्वारा भुगतान की बात को एक सिरे से खारिज किया.
खामियाजा भुगत रहे मजदूर : सीपीपी वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष जेपी तिवारी ने कहा कि बीसीसीएल प्रबंधन एवं ओएसडी कंपनी के बीच बिजली दर, कोयला विवाद का खामियाजा मजदूरों को भुगतना पड़ रहा है, जबकि मजदूरों ने ईमानदारी से अपने कार्यो को किया.