नोटबंदी के बाद 91.50 लाख पुराने नोट बदलने का मामला
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दुमका मुख्य डाकघर के छह स्टाफ समेत सात के खिलाफ चार्जशीट
नोटबंदी के बाद 91.50 लाख पुराने नोट बदलने का मामला धनबाद : धनबाद सीबीआइ (एसीबी) ने दुमका हेड पोस्ट ऑफिस में नोटबंदी के बाद एक हजार व पांच सौ रुपये के 91.50 लाख नोट बदलने के मामले में छह पोस्ट स्टाफ समेत सात लोगों के खिलाफ चार्जशीट की है. इनमें एकरामुल हक (तत्कालीन पोस्टमास्टर दुमका), […]
धनबाद : धनबाद सीबीआइ (एसीबी) ने दुमका हेड पोस्ट ऑफिस में नोटबंदी के बाद एक हजार व पांच सौ रुपये के 91.50 लाख नोट बदलने के मामले में छह पोस्ट स्टाफ समेत सात लोगों के खिलाफ चार्जशीट की है. इनमें एकरामुल हक (तत्कालीन पोस्टमास्टर दुमका), आई हेब्रम (ट्रेजरर), विनय कुमार सिंह , सुनील हेब्रम, चंद्रमोहन मीणा, सती प्रसाद घोष (सभी पोस्टल अस्सिटेंट) के अलावा प्राइवेट पर्सन राज कुमार मोदी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गयी है.
चार्जशीट ने क्या : सीबीआइ चार्जशीट में आरोप है कि उक्त सातों ने नोटबंदी के बाद दुमका पोस्ट ऑफिस से एक हजार व पांच-पांच सौ के 91.50 लाख रुपये के नोट बदलवाये. निजी लोगों की पांच सौ व एक-एक हजार के नोट के बदले पोस्ट अ़ॉफिस से 100, 50, 20 व 10-10 रुपये के नोट बदले. वर्ष 2016 की 10 नवंबर से 19 नवंबर के बीच नोट बदले गये. निजी लोगों से पोस्ट अधिकारियों की मिलीभीगत से राशि बदलवायी. पोस्ट अधिकारी ने इसके बदले संबंधित लोगों के मोटी रकम कमीशन के रुप में लिये.
दुमका मुख्य डाकघर के छह स्टाफ…
कुल 91.50 लाख रुपये में से दुमका पोस्ट ऑफिस की ट्रेजरी से सीधे 41 लाख 95 हजार रुपये बदले गये. बंद हुए नोट 91 लाख 95 हजार ट्रेजरी में रखकर वहां से 100, 50, 20 व 10-10 रुपये के नोट दे दिये गये.
दुमका पोस्ट ऑफिस अलग-अलग काउंटरों से 49 लाख 54 हजार पांच सौ रुपये के पुराने नोट बदले दिये गये. बिना किसी पहचान के कागजात व रिक्युजिशन स्लीप लिये गये उक्त पोस्ट स्टाफ ने पुराने बंद हुए नोटों के बदले 00, 50, 20 व 10-10 रुपये के नोट दे दिये. उक्त सातों के खिलाफ आपराधिक षडयंत्र, विश्वासघात, ठगी, लोकसेवक द्वारा विश्वासघात के आरोप में धारा 20 (बी), आर-डब्ल्यू 420, भादवि, व केस 13(2) आर-डब्ल्यू 13 (1) (डी) व पीसी एक्ट के तहत कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी गयी है. मामले में दुमका पोस्ट ऑफिस के तपन कुमार गोराई, अभिषेक कुमार, शैलेश बिहारी (सबी पोस्ट असिस्टेंट) व सुनैना रानी मुर्मू (जीडीएस) को क्लीन चीट दे दी गयी है.
उल्लेखनी है कि मामले में धनबाद एसीबी ने आरसी 11 (ए)-2016 डी के तहत 19 दिसंबर 16 को धारा 20 (बी), आर-डब्ल्यू 420, भादवि, व केस 13(2) आर-डब्ल्यू 13 (1) (डी) व पीसी एक्ट के तहत एफआइआर दर्ज की थी. एफआइआर में एकरामुल हक (तत्कालीन पोस्टमास्टर दुमका), आई हेब्रम (ट्रेजरर), विनय कुमार सिंह , सुनील हेब्रम,तपन कुमार गोराई, अभिषेक कुमार, शैलेश बिहारी (सभी पोस्ट असिस्टेंट) व सुनैना रानी मुर्मू (जीडीएस) के खिलाफ एफआइआर दर्ज की थी.
डीए केस में भी पोस्ट अस्सिटेंट विनय कुमार सिंह के खिलाफ चार्जशीट
धनबाद: सीबीआइ एसीबी ने डीए केस आरसी 10 -2016 में दुमका हेड पोस्ट ऑफिस के पोस्टल अस्सिटेंट विनय कुमार सिंह के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है.
सीबीआइ की एफआइआर में विनय पर वर्ष 1990 की आठ जून से लेकर लेकर वर्ष 2016 की 20 जून तक 50 लाख रुपये से अधिक की संपत्ति दर्ज करने का केस दर्ज है. सीबीआइ ने विनय सिंह के अॉफिस, आवास व पैतृक आवास बांका में छापामारी कर निवेश के दस्तावेज, बैंक लॉकर, एफडी, समेत अन्य वित्तिय संस्थानों में निवेश के कागजात जब्त की थी. एफआइआर के अनुसार सीबीअआइ का दावा है कि 16 वर्ष में विनय सिंह को 35 लाख 91 हजार 338 रुपये वेतन मिला. विनय ने 12 लाख 78 हजार 93 रुपये खर्च किये. विनय के पास 51 लाख छह हजार 817 रुपये आय से अधिक संपत्ति का कोई हिसाब नहीं है. जब्त कागजातों से आय से अधिक संपत्ति और बढ़ने की संभावना है. पोस्टल विभाग गलत तरीके ने पुरानी नोट को नये नोट के बदलने के मामले में विनय के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पहले ही सस्पेंड कर चुकी है.
इसेस पहले दुमका पुलिस ने छापामारी कर विनय के घर से 45 लाख 9 हजार 200 रुपये जब्त की थी. इसके बाद आयकर की टीम दुमका जाकर छानबीन की थी. राशि आयकर विभाग ने अपने कब्जे में ले ली थी.
लोगों के पुराने 1000 व 500 के बदले 100, 50, 20 व 10-10 रुपये बदले गये
आपराधिक षडयंत्र, विश्वासघात, ठगी, लोकसेवक द्वारा विश्वासघात के आरोप
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