धनबादः कमाई में धनबाद रेल मंडल देश भर में दूसरे नंबर पर है, लेकिन धनबाद स्टेशन में बदइंतजामी हर तरफ नजर आती है. वह भी तब जब डीआरएम बीबी सिंह समेत हाजीपुर जोन के अधिकारी अकसर निरीक्षण को आते रहते हैं. संवाददाता नीरज अंबष्ट ने रविवार को अपराह्न स्टेशन का जो हाल देखा, वह पेश है.
हर तरह अव्यवस्था का आलम, तकलीफदेह सफर के लिए रहें तैयार
पंखा है, पर चलता नहीं
दिन के चार बजे थे. धनबाद-हावड़ा ब्लैक डायमंड एक्सप्रेस खुलने वाली थी. साधारण टिकट घर में यात्रियों की लंबी कतार लगी थी. पारा 40 पार था. लोग गरमी से परेशान थे. ऊपर पंखा तो लटका था, लेकिन घूम नहीं रहा था. कैमरे का फ्लस चमकते देख पंखों के स्वीच ऑन किये गये.
नल है, पर पानी नहीं
शाम पांच बजे दक्षिणी छोर स्टेशन के यात्रियों का हाल बेहाल था. पेय जल की कोई व्यवस्था नहीं थी. आठ नंबर प्लेट फार्म पर एक स्डैंड पोस्ट पर तीन नल दिखे. लेकिन किसी से पानी नहीं गिर रहा था. नल का कनेक्शन काट कर उस पानी का इस्तेमाल बगल के निर्माण कार्य में किया जा रहा था. इधर, प्लेटफार्म नंबर एक स्थित वेटिंग रूम के सामने स्टैंड पोस्ट गंदगी से भर था. पानी की निकासी नहीं हो रही थी. जमा पानी और जूठन के कारण लोग वहां पर पानी लेने से कतरा रहे थे.
और वेटिंग रूम है बंद
दक्षिणी छोर में बने उच्च श्रेणी प्रतीक्षालय में ताला बंद था. जबकि द्वितीय श्रेणी प्रतीक्षालय में छिटकनी चढ़ी थी. यात्री जमीन पर बैठने को मजबूर थे. जगह-जगह आवारा कुत्ते टहल रहे थे. सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं थी.
सभी चीजें दुरुस्त की जायेंगी
सभी चीजें दुरुस्त की जायेगी. सुपरवाइजर से अब दिन भर में तीन बार रिपोर्ट मांगी जायेगी. यात्री सुविधा पर प्रतिदिन मॉनीटरिंग कर रिपोर्ट तैयार की जायेगी. ऐसी शिकायतों पर जिम्मेवारी सुनिश्चित की जायेगी.
दयानंद, सीनियर डीसीएम, धनबाद रेल मंडल