धनबाद: शहरी इलाके में 24 में से 22 से लेकर 23 घंटे तक लोगों को बिजली मिले, इसके लिए ऊर्जा विभाग ने कई तरह की तैयारी शुरू की दी है. एक तो धैया सब-स्टेशन को कांड्रा स्थित नेशनल ग्रिड से लाइन जोड़ने की कवायद जारी है, दूसरा पॉलिटेक्निक एवं भेलाटाड़ में नया सब-स्टेशन बनाने का काम शुरू हो गया है.
क्या होगा फायदा : पॉलिटेक्निक सब-स्टेशन बनने से हीरापुर एवं धैया सब-स्टेशनों का लोड घटेगा और मेंटेनेंस करने में दिक्कत नहीं आयेगी. इन स्टेशनों से जुड़े क्षेत्रों में निर्बाध बिजली मिलेगी. भेलाटांड़ सब-स्टेशन बनने से बरवाअड्डा क्षेत्र में निर्बाध बिजली मिलेगी. भेलाटांड़ स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को भी लो वोल्टेज नहीं मिलेगा. पानी की आपूर्ति में भी दिक्कत नहीं होगी.
कांड्रा से लाइन जुड़ने पर अभी पाथरडीह से पीएमसीएच सब-स्टेशन लाइन लायी गयी है तो अब शहरी इलाके में कहीं भी लाइन कटेगी तो दूसरे रूट से वहां बिजली दे दी जायेगी. अभी पुटकी से लाइन आती है. इस लाइन के जुड़ जाने से सिर्फ उसी पर की निर्भरता खत्म हो जायेगी. ऊर्जा विभाग के कार्यपालक अभियंता (स्थापना) मो असगर अली अंसारी ने बताया कि डीवीसी से अगर कोई फॉल्ट नहीं हो तो शहर को 24 घंटे में 23 घंटे तक बिजली मिले इसके लिए पर्याप्त कदम उठाये जा रहे हैं.
धैया सब-स्टेशन को कांड्रा ग्रिड से जोड़ने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. इससे डायरेक्ट नेशनल ग्रिड से भी लाइन मिलने लगेगी और शहर में बिजली संकट कम होगा. दो नये सब-स्टेशनों के निर्माण का काम भी शुरू हो चुका है. बताया कि गरमी और आने वाले दिनों में बरसात को लेकर सभी पुराने कंडक्टर बदले जा रहे हैं. खराब और पुराने तार बदले जा रहे हैं.