बोर्रागढ़ः बस्ताकोला क्षेत्र के राजपुर में चल रही सीआइएससी आउटसोर्सिग प्रबंधन ने बुधवार को द्वितीय पाली से काम बंद करने का नोटिस जारी किया. इसके खिलाफ जमसं (कुंती गुट) के समर्थक मजदूर भड़क गये. परियोजना में प्रदर्शन कर सात सूत्री मांग पत्र भी सौंपा. यहां 240 कर्मी कार्यरत हैं. शाखा सचिव शंकर मंडल ने कहा कि आउटसोर्सिग प्रबंधन सोची समझी साजिश के तहत मजदूरों का भुगतान नहीं कर रहा है.
नोटिस में कहा गया है कि गुरुवार से किसी भी कर्मी की हाजिरी नहीं बनेगी. चेतावनी दी कि जब-तक बकाया मासिक, बोनस, 21 फीसदी बढ़ोतरी राशि, जनवरी 13 से बकाया एरियर, इपीएफ का भुगतान नहीं होगा, परियोजना से एक भी मशीन बाहर जाने नहीं देंगे. ज्ञात हो कि 20 दिनों पूर्व आउटसोर्सिग प्रबंधन की ओर से क्षेत्र के महाप्रबंधक को पत्र देकर हाई पावर कमेटी द्वारा अनुशंसित न्यूनतम मजदूरी की राशि उपलब्ध कराने की मांग की गयी थी. लेकिन इस पर ठोस पहल नहीं हुई.
बंदी का नोटिस नहीं मिला है : बस्ताकोला के महाप्रबंधक पीके दुबे का कहना है कि कंपनी की ओर से उन्हें बंदी का नोटिस नहीं मिला है. पूर्व में दिये पत्र पर कार्रवाई हो रही है.
कंपनी की स्थिति खराब : आउटसोर्सिग प्रबंधन का कहना है कि बीसीसीएल प्रबंधन द्वारा हाई पावर कमेटी द्वारा अनुशंसित मजदूरी का भुगतान नहीं होने से कंपनी को काम करने में परेशानी हो रही है. मजबूरी वश बंदी का नोटिस दिया गया है.