यहां गैस रिसाव हो रहा है. ऐसे में यहां रहना खतरे से खाली नहीं है. बस्ती में रहने वाले जिन कर्मियों काे कुसुम विहार धनबाद में कंपनी आवास का आवंटन किया गया है. अगर वे वहां नहीं जाना चाहते है, तो आवेदन करें. उन्हें सुदामडीह रिवर साइड में ही कंपनी का आवास आवंटित किया जायेगा. जल्द इस जगह को खाली करें. यहां रह रहे ग्रामीणों को भी सुरक्षित स्थान पर बसाने के लिए जगह चिन्हित की जा रही है. उन्हें भी जरेडा के तहत पुनर्वास कराया जायेगा. मुंडा बस्ती खाली नहीं होने से एएसपी कोलियरी पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं. बस्ती खाली होने पर फायर प्रोजेक्ट चलाकर आग पर काबू पाया जायेगा.
एजीएम की बात सुनने के बाद सभी ने कंपनी हित में सहयोग करने की बात कही. विदित हो कि इसी फायर एरिया में कुछ वर्ष पूर्व जीरा देवी नामक महिला की मौत जमींदोज होने से हो चुकी है. मौके पर भू-संपदा पदाधिकारी शशि कुमार, सत्येंद्र कुमार, राजन कुमार, मुरारी प्रसाद, यूनियन नेताओं में फूलबदन धोबी, संजय सिंह, उत्तम गोस्वामी, रेस्क्यू टीम के सदस्य व ग्रामीण थे.