Advertisement
कोल सचिव पर अवमाननावाद दायर
धनबाद: कोयला खान भविष्य निधि संगठन (सीएमपीएफ) प्रकरण एक बार फिर चर्चे में है. कैडर स्कीम के मामले में कोयला सचिव पर हैदराबाद कोर्ट में अवमाननावाद दायर किया गया है. इस पर संज्ञान लेते हुए कोर्ट ने कोयला सचिव को चार हफ्ते में जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है. इधर कोयला मंत्रालय द्वारा सीएमपीएफ […]
धनबाद: कोयला खान भविष्य निधि संगठन (सीएमपीएफ) प्रकरण एक बार फिर चर्चे में है. कैडर स्कीम के मामले में कोयला सचिव पर हैदराबाद कोर्ट में अवमाननावाद दायर किया गया है. इस पर संज्ञान लेते हुए कोर्ट ने कोयला सचिव को चार हफ्ते में जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है. इधर कोयला मंत्रालय द्वारा सीएमपीएफ कमिश्नर अनिमेष भारती से पूर्व में हुए भ्रष्टाचार के बारे में रिपोर्ट मांगे जाने पर बीएमएस ने कड़ा विरोध किया है. उसने श्री भारती को हटाने का मांग की है.
कैडर स्कीम को डिनोटिफाई किया था : कोयला सचिव पर अवमानना का मामला सीएमपीएफकर्मियों के प्रमोशन से जुड़े कैडर स्कीम से संबंधित है. कई दशकों से लंबित प्रमोशन को तत्कालीन आयुक्त बीके पंडा ने पिछले अप्रैल में लागू किया. 9 जून को श्री पंडा को पेंडिग करते हुए अनिमेष भारती को अतिरिक्त प्रभार दिया गया. श्री भारती ने मंत्रालय के आदेश पर लागू कैडर स्कीम को डिनोटिफाई कर दिया. डिनोटिफाई आदेश के खिलाफ कोल माइंस प्रोविडेंट फंड इंप्लाइ यूनियन के अध्यक्ष पीसी कृष्णैया ने हैदराबाद हाइकोर्ट में एक याचिका दायर किया. कोर्ट ने दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए सात जुलाई 2017 को डिनोटिफाई आदेश पर स्टे कर दिया.
ताजा मामला : कोयला मंत्रालय के डिप्टी सेक्रेटरी महेंद्र प्रताप ने 24 अगस्त को एक पत्र सीएमपीएफ आयुक्त को लिखा. कहा गया कि कोयला सचिव से 22 अगस्त को हुई चर्चा एवं निर्देश के बाद निर्देश दे रहा हूं कि पूर्व कमिश्नर के कार्यकाल में हुए प्रमोशन की समीक्षा कर रद्द करें. इस पत्र में कई और निर्देश हैं. इसी पत्र के आलोक में यूनियन के अध्यक्ष कृष्णैया ने कोयला सचिव के खिलाफ हैदराबाद हाइकोर्ट में अवमानना वाद दाखिल किया. जिसकी सुनवाई करते हुए अदालत ने कोल सचिव सुरेश कुमार को नोटिस जारी कर चार सप्ताह में जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है. इसी पत्र में प्रभारी आयुक्त श्री भारती से सीएमपीएफ फंड के गलत विनिवेश से हुए नुकसान के बारे में भी रिपोर्ट तलब की है. यह नुकसान श्री भारती के कार्यकाल में ही हुआ है.
पहले भारती को हटायें, फिर जांच हो : डा. राय
भारतीय मजदूर संघ के डा. बीके राय ने कहा कि जिसके कार्यकाल में घपला हुआ, जिसके गलत निर्णय के कारण सीएमपीएफ को करोड़ों का नुकसान हुआ, उसी से रिपोर्ट मांगना गलत है. अगर मंत्रालय चाहता है कि मामले की सच्चाई का खुलासा हो तो भारती को अविलंब पद से हटायें. किसी तीसरे ईमानदार से जांच करायें. फिर श्री पंडा को पदस्थापित करें. उन्होंने कहा मैं इस बारे में जल्द ही कोयला मंत्री से बात करने वाला हूं.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement