इधर, बड़े उपभोक्ताओं से बिल वसूलने के बावजूद ऊर्जा विभाग का टारगेट पिछले चार माह से पूरा नहीं हो पा रहा है. बिजली जीएम की मानें तो अभी 60 फीसदी उपभोक्ताओं के बिल ही बन रहे हैं. लगातार इसके कारण वसूली में भी कमी आयी है. बिल बनाने वाली एजेंसी को मेन पावर बढ़ाने को कहा गया है. अभी एरिया बोर्ड में मात्र 250 ही ऊर्जा मित्र काम कर रहे हैं.
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बारामुड़ी में ब्रेक डाउन होने से तीन घंटे बिजली गुल रही
धनबाद. शहर के बारामुड़ी फीडर का ब्रेक डाउन होने के कारण तीन घंटे बिजली गुल रही. बाकी जगहों पर ऊर्जा विभाग के द्वारा घोषणा किये जाने के बाद भी शट डाउन नहीं लिया गया. कहीं-कहीं बारिश के दौरान बिजली की आवाजाही बनी रही. नया बाजार के एइ अवधेश लाल और हीरापुर के सहायक अभियंता श्याम […]
धनबाद. शहर के बारामुड़ी फीडर का ब्रेक डाउन होने के कारण तीन घंटे बिजली गुल रही. बाकी जगहों पर ऊर्जा विभाग के द्वारा घोषणा किये जाने के बाद भी शट डाउन नहीं लिया गया. कहीं-कहीं बारिश के दौरान बिजली की आवाजाही बनी रही. नया बाजार के एइ अवधेश लाल और हीरापुर के सहायक अभियंता श्याम कुमार ने बताया कि बारिश की वजह से आज काम नहीं कराया जा सका. अलबत्ता कुछ जगहों पर फ्यूज उड़ने सहित अन्य छोटी मोटी समस्या उत्पन्न होने के कारण कुछ देर के लिए लाइन कटी थी.
15 अगस्त तक अब नहीं होगा शट डाउन : दोनों सहायक अभियंताओं ने बताया कि अब 15 अगस्त तक रोड चौड़ीकरण का काम नहीं होगा. आरएपीडीआरपी या अन्य योजनाओं के लिए भी इस दौरान बिजली नहीं काटी जायेगी.
चार माह से बिल के लिए उपभोक्ता भटकते रहे
चार माह से बिजली बिल नहीं आने पर उपभोक्ता शनिवार को भी ऊर्जा विभाग के कार्यालयों में चक्कर लगाते रहे. उपभोक्ताओं का कहना था कि एक बार बड़ी राशि का बिल आ गया तो उनलोगों को एक मुश्त बिल जमा करना मुश्किल हो जायेगा. पदाधिकारियों को भी इस मामले में जवाब देते कुछ बन नहीं रहा था. अलग-अलग जगहों के उपभोक्ता रोज यहां आते हैं और फिर चक्कर लगा कर चले जाते हैं.
टारगेट पूरा नहीं हो पा रहा है विभाग का
इधर, बड़े उपभोक्ताओं से बिल वसूलने के बावजूद ऊर्जा विभाग का टारगेट पिछले चार माह से पूरा नहीं हो पा रहा है. बिजली जीएम की मानें तो अभी 60 फीसदी उपभोक्ताओं के बिल ही बन रहे हैं. लगातार इसके कारण वसूली में भी कमी आयी है. बिल बनाने वाली एजेंसी को मेन पावर बढ़ाने को कहा गया है. अभी एरिया बोर्ड में मात्र 250 ही ऊर्जा मित्र काम कर रहे हैं.
इधर, बड़े उपभोक्ताओं से बिल वसूलने के बावजूद ऊर्जा विभाग का टारगेट पिछले चार माह से पूरा नहीं हो पा रहा है. बिजली जीएम की मानें तो अभी 60 फीसदी उपभोक्ताओं के बिल ही बन रहे हैं. लगातार इसके कारण वसूली में भी कमी आयी है. बिल बनाने वाली एजेंसी को मेन पावर बढ़ाने को कहा गया है. अभी एरिया बोर्ड में मात्र 250 ही ऊर्जा मित्र काम कर रहे हैं.
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