धनबाद: रेलवे ठेकेदार धीरेंद्र प्रताप सिंह हत्याकांड में वांछित नन एफआइआर अभियुक्त मंसूर नउआ (वासेपुर) को बैंक मोड़ पुलिस ने मंगलवार की रात वासेपुर से गिरफ्तार कर लिया.
बैंक मोड़ थानेदार अशोक कुमार सिंह ने बताया कि मंसूर वाहिद हत्याकांड में भी वांछित है. धनबाद थाना व रांची पुलिस मंसूर को तलाश कर रही थी. दोनों थाना की पुलिस को गिरफ्तारी की सूचना दे दी गयी है. मंसूर को फहीम खान का करीबी बताया जाता है. धीरेंद्र हत्याकांड में अब मुख्य आरोपी यूपी के अमेठी निवासी राजेश पांडेय उर्फ छोटू पांडेय (धनसार) और राजेश दास फरार चल रहा है. पुलिस छोटू पांडेय की कुर्की भी कर चुकी है.
फ्लैश बैक : मूलत: बिहार के कैमूर जिला निवासी धीरेंद्र प्रताप सिंह धैया सूर्य बिहार कॉलोनी स्थित किराये के मकान में रहकर रेलवे में ठेका कर रहे थे. गैंग्स के गुर्गो ने वर्ष 2013 की 28 जनवरी को की दिनदहाड़े गोली मारकर उनकी हत्या कर दी थी. पत्नी की शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गयी. पुलिस छानबीन में खुलासा हुआ कि रेलवे ठेके को लेकर गैंग्स की ओर से धीरेंद्र को धमकी मिली थी नहीं मानने पर उसकी हत्या करायी गयी. पुलिस अनुसंधान में खुलासा हुआ है कि दुमका मंडल कारा में उम्र कैद की सजा काट रहे फहीम के इशारे पर धीरेंद्र की हत्या की गयी थी. फहीम को भी पुलिस मामले में नन एफआइआर अभियुक्त बनाया गया है.