14.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

इटली के लोग नियम-कानून के प्रति सजग

धनबाद : इटली के बॉकोनी स्कूल ऑफ मैनेजमेंट से हायर मैनेजमेंट की ट्रेनिंग लेकर डीआरएम मनोज कृष्ण अखौरी बुधवार को धनबाद लौट आये. ट्रेनिंग के लिए देश भर के 30 डीआरएम का चयन किया गया था. ट्रेनिंग दो हफ्ते की थी. डीआरएम ने बताया कि इटली में कई तरह की जानकारी मिली. ग्लोबल स्कील क्या […]

धनबाद : इटली के बॉकोनी स्कूल ऑफ मैनेजमेंट से हायर मैनेजमेंट की ट्रेनिंग लेकर डीआरएम मनोज कृष्ण अखौरी बुधवार को धनबाद लौट आये. ट्रेनिंग के लिए देश भर के 30 डीआरएम का चयन किया गया था. ट्रेनिंग दो हफ्ते की थी.
डीआरएम ने बताया कि इटली में कई तरह की जानकारी मिली. ग्लोबल स्कील क्या है, वहां के रेलवे कैसे काम कर रही है, सभी से कैसा व्यवहार करना है आदि देखने-समझने का मौका मिला. काफी अच्छा अनुभव रहा. खास बात यह कि वहां के लोग नियम-कानून के प्रति काफी सजग है, सभी अपने काम को बखूबी अंजाम देते हैं. हमारा प्रयास होगा कि धनबाद में भी उसका अनुकरण किया जाये.
अधिकारियों को भी मिले ट्रेनिंग : डीआरएम ने बताया कि हायर मैनेजमेंट ट्रेनिंग लेने के बाद मुझे लगा कि अन्य अधिकारियों को भी इस तरह की ट्रेनिंग देनी चाहिए. अगर सीनियर डीसीएम, सीनियर डीओएम, सीनियर डीपीओ व इस रैंक के अन्य अधिकारी भी वहां ट्रेनिंग लेते हैं तो उनका भी नजरिया बदलेगा. उनके काम करने के तरीकों में बहुत अंतर दिखेगा जो न सिर्फ उनके अपने जीवन, बल्कि कर्मचारियों व यात्रियों के लिए भी लाभप्रद होगा.
तेज रफ्तार ट्रेनों का सिस्टम देखा
डीआरएम ने बताया कि ट्रेनिंग के दौरान सभी को इटली के सबसे बड़े वोडाफोन एक्सपीरियंस सेंटर ले जाया गया. वहां की नयी तकनीक और काम करने का तरीका देखा. उसके बाद कई बड़े उद्योग दिखाये गये. वहां पर कर्मचारी किस तरह काम करते है और संस्था का किस तरह का व्यवहार होता है, वह देखा. इटली की तेज रफ्तार ट्रेनों का पूरा सिस्टम दिखाया गया.
इटली के लोगों के धैर्य की तारीफ की
इटली के लोगों का धैर्य काबिल-ए-तारीफ है. यात्री न तो ट्रेन के टिकट लेने के लिए लाइन तोड़ते हैं और न ही धक्का-मुक्की करते हैं. ऑटोमेटिक मशीन लगी हुई है और यात्री क्रमबद्ध तरीके से टिकट लेकर ऑटोमेटिक डोर वाली ट्रेन में बैठते हैं. कोई लाइन तोड़ टिकट के लिए बीच से काउंटर पर नहीं जाता है. यदि कोई व्यक्ति सड़क के जेबरा क्रासिंग पर चढ़ जाता है तो गाड़ियां रुक जाती है. यदि गाड़ी आ रही है तो कोई व्यक्ति क्रॉस नहीं करेगा. वहां पर गंदगी फैलाने वाले लोग भी नहीं मिले. वहां प्राप्त अनुभव के आधार पर भारतीय रेल व धनबाद रेल मंडल में भी प्रयोग किये जा सकते हैं. उसके बाद यहां भी कई तरह के बदलाव दिखेंगे. लेकिन इसके लिए आम लोगों व अधिकारियों को भी बदलना पड़ेगा.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें