!!नीरज अंबष्ठ!!
धनबाद :धनबाद-चंद्रपुरा रेल मार्ग को 15 जून से बंद करने के फैसले का व्यापक असर सामने आया है. भारतीय रेलवे बोर्ड ने इस मार्ग से गुजरने वाली 26 जोड़ी ट्रेनों में से 19 जोड़ी ट्रेनों को हमेशा के लिए बंद कर दिया है. जबकि चार भाया गोमो-चंद्रपुरा और तीन बोकारो-आसनसोल के रास्ते चलायी जायेगी. मंडल रेल प्रबंधक मनोज कृष्ण अखौरी ने सोमवार की शाम डीआरएम ऑफिस मे मीडिया को यह जानकारी दी.
रेल पटरी तक पहुंच गयी है आग
डीआरएम ने बताया कि डीसी लाइन 34 किलो मीटर लंबी है. इसमें छह स्टेशन व सात हॉल्ट हैं तथा आठ कोल साइडिंग हैं. लेकिन 14 किमी क्षेत्र में आग फैल चुकी है और रेलवे ट्रैक के निकट आ गयी है. इसी को लेकर डीजीएमएस ने कोल मंत्रालय को रिपोर्ट भेजी और उसके बाद रेलवे बोर्ड ने 15 जून से इस मार्ग को बंद करने का निर्णय ले लिया. इस मार्ग पर यात्री ट्रेनों के अलावा 20 मालगाड़ी सहित 74 ट्रेन चला करती थी जो 15 से नहीं चलेंगी.
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रेलवे को राजस्व का नुकसान
डीआरएम ने बताया कि डीसी लाइन से प्रतिदिन साढ़े नौ रैक कोयला लोड होता है. इसके बंद होने का असर सीधा रेलवे की आय पर पड़ेगा. इससे हम लोगों को लोडिंग से 2500 करोड़ रुपया राजस्व का नुकसान होगा. बीसीसीएल का 13 मिलियन टन एवं इसीएल का 12 मिलियन टन कोयले की ढुलाई प्रभावित होगी. जबकि रेल यात्रियों की कमी से 125 करोड़ राजस्व का नुकसान होगा.बातचीत के दौरान सीनियर डीसीएम आशीष कुमार व सीनियर डीओएम संजय कुमार मौजूद थे.