चितरा : स्वच्छ भारत अभियान सफल बनाने के लिए सरकार भले ही प्रयास कर रही हो लेकिन विभाग की उदासीनता की वजह से यह प्रयास रंग लाता नहीं दिख रहा है. कोलियरी स्थित चितरा पंचायत के दमगढ़ा विस्थापित गांव में एक भी शौचालय का निर्माण नहीं किया गया है. आज भी महिला व पुरुष खुले में शौच जाने को विवश हैं. दमगढ़ा गांव मेें शुद्ध पेयजल का भी अभाव है.
समस्याओं के निराकरण की मांग के लिए ग्रामीण कई बार पदाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के पास गये मगर आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला. ग्रामीण रामदेव दास, गुलाब दास, दिलीप दास, द्वारिका दास, राजू यादव आदि ने बताया कि गांव में शौचालय का निर्माण नहीं होने से ग्रामीणों को कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है.
पेयजल के नाम पर गांव में चापानल है, लेकिन उसका पानी खराब निकलता है. प्यास बुझाने के लिए सहरजोरी जंगल स्थित कुआं से पानी लाते हैं. जो गांव से कम से कम एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. राजू यादव, राम कृष्ण दास, कृष्णा दास, बालेष्वर दास, रामचन्द्र महतो, विजय राम दास, मिथुन कुमार दास आदि ने कहा कि ग्रामीणों की समस्या के लिए पदाधिकारी व जनप्रतिनिधि गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं. लोगों ने समस्या के समाधान की मांग की है.