वह 108 बार दंड देते हुए बाबाधाम आने का संकल्प लिए हैं. इस संबंध में दंडी स्वामी देवेंद्र मिश्रा ने बताया कि वह विश्व कल्याणार्थ यह यात्रा कर रहे हैं. अपने लिए कुछ नहीं मांगें हैं. कहा कि उनके पास फूटी कौड़ी भी नहीं है.
बाबा ही श्रद्धालु काे भेज देते हैं. ओड़िसा में अपना लाइन होटल था. एकाएक बाबा का बुलावा आया. वह दंड देने निकल पड़े. इसके बाद उधर देखने भी नहीं गये. हर साल आषाढ़ मास अमावस्या से दंड यात्रा शुरू करते हैं. बैशाख, जेठ, आषाढ़, सावन, भादो आश्विन तक दंड यात्रा करते हैं. जबकि कार्तिक, अघन, पूस तक विश्राम करते हैं. 16 जुलाई 2016 को तारापुर में बोलेरो गाड़ी पैर पर चढ़ गयी थी. इससे एक पैर टूट गया. बाबा ने ठीक कर दिया है.