मधुपुर: नगर परिषद ने शहर की साफ-सफाई के नाम पर 17.80 लाख की बॉकेट मशीन को 29 लाख रुपये में खरीदा है. खरीदने से पूर्व निकाली गयी निविदा में अनियमितता व खरीदारी में कमीशनखोरी हुई है. यह आरोप नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष फैयाज कैशर ने लगाया है.
उन्होंने उपायुक्त, मधुपुर एसडीओ व नगर विकास विभाग के सचिव से इसकी जांच की मांग की है. श्री कैशर ने बताया कि बॉकेट मशीन की खरीदारी में इ-टेंडर होना चाहिए था. इससे पारदर्शिता तथा लोग कहीं से भी टेंडर डाल सकते थे.
निविदा के लिए पहले सिर्फ बॉबकट कंपनी को बॉकेट के लिए आमंत्रित किया गया, लेकिन बाद में विज्ञापन में सुधार कर हुए आपसी समझौते के आधार पर एक ही कंपनी से दो निविदा डालवाया गया और आनन-फानन में मशीन की आपूर्ति कर 29 लाख रुपये का भुगतान भी कर दी गयी. उन्होंने कहा कि पूरी खरीदारी में 11 लाख रुपये की कमीशनखोरी हुई है. जिस गेमजोन कंपनी का बॉकेट खरीदा गया है, उसका इंटरनेट पर मूल्य कम दिखाया गया है.
क्या कहते हैं नप अध्यक्ष
नगर पर्षद अध्यक्ष संजय यादव ने कहा कि उनके द्वारा किये जा रहे विकास कार्य से कुछ लोग बौखला गये हैं. उन्होंने राज्य स्तर पर निविदा आमंत्रित कर मशीन की खरीदारी की है. पांच फीसदी राशि सुरक्षित भी जमा रखी गयी है. वे किसी भी प्रकार की जांच के लिए तैयार हैं.
क्या कहते हैं एसडीओ
एसडीओ नंद किशोर लाल ने कहा कि उन्हें भी कुछ लोगों ने इस मामले की शिकायत मौखिक रूप से की है. निविदा निकालने में पारदर्शिता नहीं बरती गयी है. 10 लाख से ऊपर की निविदा के लिए ई-टेंडर होना आवश्यक है. शिकायत मिलने पर वे मामले की जांच कर कार्रवाई करेंगे.