देवघर : देवघर में शिक्षक नियुक्ति फर्जीवाड़ा मामले में जिला शिक्षा अधीक्षक सुधांशु शेखर मेहता निलंबित कर दिये गये हैं. जिला शिक्षा पदाधिकारी उदय नारायण शर्मा को जिला शिक्षा अधीक्षक का कार्यभार संभालने का आदेश दिया गया है. लेकिन, जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा अबतक कार्यभार नहीं संभाला गया है.
नतीजा जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय में सभी प्रकार का कामकाज ठप पड़ा है. लिपिक व आदेशपाल कार्यालय तो पहुंचे हैं, लेकिन कामकाज के सिलसिले में कार्यालय पहुंचने वाले लोगों को बैरंग कार्यालय से लौटना पड़ा रहा है. डीसी के निर्देशानुसार शिक्षक नियुक्ति में फर्जीवाड़ा की जांच के लिए उच्चस्तरीय कमेटी का गठन किया गया है. लेकिन, उच्चस्तरीय कमेटी द्वारा जांच कार्य आरंभ नहीं किया गया है. उच्चस्तरीय कमेटी को जांच रिपोर्ट सुपूर्द करने के लिए सात जुलाई तक का वक्त दिया गया है.
जांच रिपोर्ट के आधार पर फर्जीवाड़ा मामले पर नगर थाना देवघर में चार मई को प्राथमिकी भी दर्ज कराया गया है. लेकिन, पुलिसिया अनुसंधान भी ठंडे बस्ते में पड़ा है. जांच कार्य में शिथिल रवैये की वजह से शिक्षक नियुक्ति से वंचित अभ्यर्थियों में काफी रोष है. शिक्षक नियुक्ति से वंचित अभ्यर्थियों ने जिला प्रशासन से लेकर जनप्रतिनिधि एवं राज्य सरकार से पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने का अनुरोध कर चुके हैं. लेकिन, अबतक कोई नतीजा सामने नहीं आने से अभ्यर्थियों में काफी आक्रोश है.