देवघर: दिल्ली के करोलबाग इलाके से मुक्त कराये गये मोहनपुर प्रखंड के दो बंधुओं मजदूरों के पुनर्वास संबंधी जायजा लेने के लिए दिल्ली से जस्टिस वेंचर इंटरनेशनल के वरूण पाठक मंगलवार को देवघर पहुंचे.
झारखंड भवन, नयी दिल्ली के स्थानीय आयुक्त वीके सिंह के निर्देश पर उन्होंने मंगलवार को देवघर परिसदन में प्रशासनिक पदाधिकारियों के साथ बैठक की. इसकी अध्यक्षता डीडीसी शशिरंजन प्रसाद सिंह ने की. बैठक में श्री पाठक ने मामले का जिक्र करते हुए कहा कि 27 सितंबर 2012 को दिल्ली के करोलबाग इलाके से देवघर निवासी दो मजदूरों को विमुक्त कराया गया था. इस संबंध में जस्टिस वेंचर के प्रतिनिधि ने अब तक देवघर का तीन बार दौरा कर चुके हैं. बंधुआ मजदूर पुनर्वास योजना के तहत मजदूर को 20 हजार रुपये व परिवार के किसी एक व्यक्ति को रोजगार देने का प्रावधान है.
पदाधिकारी ने दी जानकारी : पदाधिकारियों ने मजदूर के परिवार को पुनर्वास योजना के तहत सरकारी परियोजना कृषि कार्य के लिए सिंचाई कूप निर्माण कराने, आधार कार्ड, बीपीएल कार्ड, बैंक खाता व मनरेगा जॉब कार्ड के अलावा राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना तथा इंदिरा आवास योजना के तहत दिये गये लाभ के प्रोगेस रिपोर्ट की जानकारी दी. बैठक में श्रम अधीक्षक राजेश कुमार सिंह, एडीसी सुधीर कुमार, मोहनपुर सीओ परितोष कुमार, ग्राम ज्योति चाइल्ड लाइन, देवघर के पशुपति कुमार, वीरभद्र नटराज, नीड्स की प्रतिनिधि मधु कुमारी, तन्मय साहा आदि उपस्थित थे.
मजदूर परिवार के सदस्यों ने लिखित शिकायत देकर सुरक्षा की मांग की है. इस संबंध में मोहनपुर सीओ व थाना प्रभारी को पत्र भेज कर परिवार को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराने का निर्देश दिया है.
जय ज्योति सामंता, एसडीएम,देवघर