प्राचार्या विश्वविद्यालय में आयोजित निर्धारित बैठक में हिस्सा लेने दुमका गयी हुई थीं. छात्राओं की अगुवाई कर रही नेत्री मयुरी गुप्ता ने कहा कि अन्य कॉलेजाें में स्नातक खंड-दो में दाखिले के लिए करीब 430 रुपये लग रहा है, लेकिन बाजला कॉलेज में दाखिले के नाम पर प्रत्येक छात्रा से 820 रुपये वसूला जा रहा है. यहां की छात्राओं के साथ भेदभाव किया जा रहा है. सरकार भी लड़कियों की शिक्षा के लिए नयी-नयी योजना चला रही है. वहीं कॉलेज प्रशासन पढ़ाई के नाम पर छात्राओं का शोषण कर रहा है. यह किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं है.
कॉलेज प्रशासन जबतक शुल्क में कटौती नहीं करती है, तबतक स्नातक खंड-दो में नामांकन कार्य बंद रहेगा. कॉलेज प्रशासन ने स्नातक खंड-दो में दाखिले के लिए 15 से 30 मई तक की तिथि निर्धारित की है. छात्रा ज्योति कुमार, मुन्नी कुमारी, कामेश्वरी, वंदना सहित दर्जनों छात्राओं ने कहा कॉलेज प्रशासन की मनमाना रवैये के कारण छात्राओं को हमेशा आर्थिक संकट से जूझना पड़ता है. इससे ग्रामीण परिवेश की छात्राओं को दाखिले एवं पठन-पाठन में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा.