नामजद आरोपितों में सब्बीर के अलावा जसीडीह के बदनाटील्हा निवासी राजेश मोदी, स्टेशन रोड देवघर निवासी कल्लू उर्फ अभिषेक सिन्हा, रोहिणी निवासी महेंद्र दास, पुरनदाहा मुहल्ला निवासी अमित सिंह, रोहिणी नवाडीह निवासी रामकिशुन झा, सातर निवासी ललित देव, कुमड़ाबाद रोहिणी का अमर भूषण क्रांति शामिल है.
प्राथमिकी में जिक्र है कि शनिवार सुबह करीब साढ़े छह बजे उक्त आरोपित हरवे-हथियार से लैस होकर एक बिना नंबर की काली टाटा सफारी, मारुति-800 व चार-पांच बाइक पर सवार होकर उमेश के आवास पर पहुंचे. सबीर के साथ सात आरोपित अंदर घुसे और परिजनों समेत उमेश को डाइनिंग हॉल में पिस्तौल का भय दिखाते हुए जमा किया. इसके बाद सभी का सेल फोन छिनतई कर दो करोड़ की रंगदारी मांगते हुए कहा कि इलाके में रहना है तो रंगदारी की रकम देना होगा. मना करने पर सबीर ने मां के सिर में पिस्तौल सटा कर 25-25 लाख के आठ चेक व एक ब्लैंक चेक पर हस्ताक्षर करा लिया. साथ ही एक नन-जुडिसियल स्टांप पर दो करोड़ की पावती लिखवा लिया. उक्त चेक संख्या 009589 से 009597 सभी रोहिणी एसबीआइ का है. इसके बाद सब्बीर ने गले से डेढ़ भर की सोने चेन जिसकी कीमत करीब 45 हजार की छिनतई कर ली.
वहीं राजेश ने आलमीरा से करीब 60 हजार रुपया नगदी निकाल लिया. कल्लू ने हाथ से एक पोखराज व दूसरा हीरा जड़ा सोने की अंगूठी जिसकी कीमत करीब 80 हजार की छिनतई कर ली. महेंद्र व अमित ने तकिये के नीचे से नगदी 10 हजार रुपया निकाल लिया. आरोपितों ने यह धमकी दी कि घटना की कहीं चर्चा करने पर वे लोग पूरे परिवार समेत जान मार देंगे.
आरोपितों ने देवघर अपराध जगत में वर्चस्व होने की बात कही. वहीं सब्बीर ने कहा कि 10 साल जेल की सजा काट कर निकले हैं, इसलिये उसे किसी से डर नहीं लगता. घटना के बाद से पूरा परिवार भयाक्रांत है. प्राण रक्षा की गुहार लगाते हुए छिनतई किये पैसे, सामान समेत चेक व नन-जुडिसियल स्टांप वापस कराने व कार्रवाई की मांग की है. इस संबंध में जसीडीह थाना कांड संख्या 37/16 भादवि की धारा 147, 148, 149, 452, 341, 386, 379, 380, 506 के तहत मामला दर्ज कर पुलिस पड़ताल में जुटी है.