देवघर: राज्य में भाजपा ने विधानसभा चुनाव के दौरान पूर्ण बहुमत व संपूर्ण विकास का नारा दिया था, लेकिन एक वर्ष बीत जाने के बाद भी सरकार कई घोषणाओं पर खामोश है. उक्त बातें झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने सर्किट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही. श्री मरांडी ने कहा कि सरकार इन दिनों योजना बनाओ अभियान के नाम पर पुरानी योजनाओं की ही रीपैकेजिंग करने का काम कर रही है.
सरकार पूर्व में बनी योजनाओं पर ध्यान नहीं दे रही है व इसका लाभ ग्रामीणों तक पहुंचाने में असफल है. राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, मनरेगा व शिक्षा का अधिकार का लाभ गरीबों को नहीं मिल रहा है. राशन व केरोसिन देने में सरकार विफल है. मनरेगा में समय पर भुगतान नहीं मिलने पर मजदूर पलायन कर रहे हैं. सीएम रघुवर दास ने विधानसभा में स्थानीय नियोजन नीति को 30 अपैल तक लागू करने की घोषणा की थी, लेकिन अब तक नीति नहीं बनी व सरकार धड़ल्ले से नियुक्तियां कर रही है. सरकार के इस रवैये के खिलाफ झाविमो राज्य भर में आंदोलन तेज करेगी, इसलिए गोड्डा से आंदोलन शुरू किया गया है.
भाजपा के दबाव में स्पीकर
झाविमो से भाजपा में गये विधायकों की सदस्यता पर श्री मरांडी ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष डेट पर डेट दे रहे हैं, लेकिन उन विधायकों की सदस्यता पर कोई निर्णय नहीं ले रहे हैं. यहां भाजपा का पावर प्रतीत हो रहा है. उन्होंने कहा कि स्पीकर भाजपा के दबाव में काम कर रही है, इसलिए झाविमो से भाजपा में गये विधायकाें पर कार्रवाई में देरी हो रही है.
गोड्डा उपचुनाव में महा-गठबंधन से परहेज नहीं
श्री मरांडी ने कहा कि गोड्डा उपचुनाव में झाविमो प्रत्याशी देगा या नहीं, यह प्रखंड से लेकर जिलास्तर पर पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक में राय जानने के बाद निर्णय लिया जायेगा. पार्टी को महागठबंधन से कोई परहेज भी नहीं है. पिछले दिनों पूर्व मंत्री अन्नपूर्णा देवी व राजद के प्रदेश अध्यक्ष गौतम सागर राणा मुझसे मिलकर गठनबंधन पर वार्ता की थी.
इस पर विचार करने की बात कही गयी. लेकिन जो भी निर्णय होंगे स्थानीय कार्यकर्ताओं की राय पर ही होगी. इस मौके पर पूर्व सांसद डॉ सबा अहमद, केके पोद्दार, जिलाध्यक्ष नागेश्वर सिंह, गौतम ठाकुर, बलदेव दास, बिनोद वर्मा व राकेश जायसवाल आदि थे.