प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हॉल में आग की लपटे उठने लगी. आग की जानकारी मिलने के बाद कार्यालय के दूसरे कमरे में काम कर रहे कर्मचारियों ने आनन-फानन में आग पर काबू का प्रयास किया. लेकिन, आग की की लपटें तेज होने की वजह से काबू नहीं पा रहे थे. जिला शिक्षा अधीक्षक के चेंबर के समीप लगे फायर इंस्टीग्यूशर पर लोगों की नजर पड़ी.
इसके बाद सिलेंडर को उपयोग में लाया गया. घटना में कंप्यूटर के क्षतिग्रस्त होेने की सूचना है. अगर आग पर काबू नहीं पाया गया होता तो कमरे शिक्षक नियुक्ति से संबंधित रखे गये हजारों अभ्यर्थियों का फॉर्म जलकर राख हो गया होता. इधर, सूत्रों की माने तो कार्यालय कक्ष में लोगों के प्रवेश पर किसी प्रकार का अंकुश नहीं है. लोगों का आवागमन बेरोक-टोक होता है. जबिक इस कक्ष में शिक्षक नियुक्ति से संबंधित महत्वपूर्ण फॉर्म रखा गया है.