मगर इनोवा गाड़ी इनकी पहली पसंद में शुमार है. उनलोगों ने जिला प्रशासन को साफ तौर पर बता दिया है कि उनके लिए इनोवा गाड़ी ही प्रबंध करायी जाये. वह भी सफेद रंग की होनी चाहिए. दूसरे ब्रांड व कलर से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं हो सकता.
प्रशासनिक सूत्रों की मानें तो सोमवार को पहली बार इनोवा छोड़ कर दूसरे ब्रांड के वाहन तथा उसके बाद इनोवा के दूसरे कलर की गाड़ी भेजने पर उसे बेरंग वापस कर दिया गया. इसे लेकर जिला प्रशासन के समक्ष परेशानी उत्पन्न हो गयी है. देर शाम विभागीय कर्मी टैक्सी स्टैंड में सफेद रंग की इनोवा गाड़ी की तलाश करते नजर आये.