’- पीआर रंजन, महाप्रबंधक, आपूर्ति, जेइडीएनएल, दुमका.
Advertisement
संताल में पावर क्राइसिस: गरमी बढ़ी, बिजली गायब
देवघर: संताल परगना में मौसम का पारा परवान पर है. चिलचिलाती धूप से हर कोई हलकान है. प्रचंड गरमी के साथ पावर क्राइसिस थमने का नाम नहीं ले रहा है. संताल परगना में 262 मेगावाट बिजली की जरूरत है, लेकिन वर्तमान में 134 मेगावाट बिजली की आपूर्ति हो रही है. मांग के एवज में बिजली […]
देवघर: संताल परगना में मौसम का पारा परवान पर है. चिलचिलाती धूप से हर कोई हलकान है. प्रचंड गरमी के साथ पावर क्राइसिस थमने का नाम नहीं ले रहा है. संताल परगना में 262 मेगावाट बिजली की जरूरत है, लेकिन वर्तमान में 134 मेगावाट बिजली की आपूर्ति हो रही है. मांग के एवज में बिजली की आधी आपूर्ति का असर संताल के उद्योग, व्यापार, बाजार, स्वास्थ्य सेवाएं, होटल व्यवसाय के साथ-साथ घरेलू कामकाज पर पड़ा है.
बिजली के अभाव में शाम के वक्त देवघर के अधिकांश हिस्सों में अंधेरा पसर जाता है. अंतराल में बिजली की आपूर्ति भी बच्चों की पढ़ाई में बड़ा व्यवधान उत्पन्न कर रहा है. आंकड़ों पर गौर करें तो यहां मांग के एवज में 128 मेगावाट बिजली की आपूर्ति कम हो रही है. सर्वाधिक बुरा हाल साहिबगंज एवं पाकुड़ जिले का है. साहिबगंज में 30 मेगावाट के एवज में पिछले एक सप्ताह से 10 मेगावाट एवं पाकुड़ में 35 मेगावाट के एवज में लंबी अवधि से 12 मेगावाट बिजली की आपूर्ति हो रही है. जामताड़ा में 40 मेगावाट के एवज में 20 मेगावाट, दुमका में 45 मेगावाट के एवज में 22 मेगावाट, गोड्डा में 27 मेगावाट के एवज में 20 मेगावाट बिजली की आपूर्ति हो रही है. देवघर में 85 मेगावाट बिजली की जरूरत है. लेकिन, महीनों से यहां औसतन 45 से 50 मेगावाट बिजली की आपूर्ति हो रही है.
‘‘दुमका में 220/132केवीए का ग्रिड बन रहा है. 80 फीसदी काम पूरा हो गया है. संभावना है कि अगस्त-सितंबर तक निर्माण कार्य पूर्ण हो जायेगा. इसके बाद संताल परगना में बिजली की कमी दूर हो जायेगी.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement