सीबीआइ की इस जांच में सरकारी व गैर सरकारी दोनों लोग शामिल हैं. इसमें ध्रुव परिहस्त, पूर्व अभिलेखागार प्रभारी मिथिलेश झा, पूर्व गोपनीय शाखा प्रभारी संजय कुमार, अभिलेखागार के बड़ा बाबू अमल बड़ई, दफ्तरी उमाकांत मिश्र, प्रतिलिपि शाखा के कर्मी निरंजन राय, सुनील पोद्दार व रिटायर्ड अभिलेखागार कर्मी शिव प्रसाद यादव आदि के नाम शामिल हैं. इस पॉलीग्राफी टेस्ट में सीबीआइ को नयी जानकारियां प्राप्त हुई है.
सीबीआइ अब उन सभी बिंदुओं पर अपना अनुसंधान कर रही है. इसी अहम खुलासे के आधार पर विस्तृत पूछताछ के लिए अभिलेखागार के प्रतिलिपि शाखा के कर्मी निरंजन राय को सीबीआइ ने धनबाद कार्यालय तीन मार्च को बुलाया है. पॉलीग्राफी टेस्ट के दौरान ब्लड प्रेशर व सांस में आयी परिवर्तन समेत घबराहट में पसीना छूटना आदि शारीरिक गतिविधियों की रिपोर्ट का अध्ययन दिल्ली लैब में किया जायेगा. पॉलीग्राफी टेस्ट की रिपोर्ट में देखा जायेगा कि केस संबंधित सवालों के जवाब में संदिग्धों की शारीरिक गतिविधियां क्या थी. उस आधार पर आयी रिपोर्ट से अभिलेखागार चोरी कांड का राज खुलेगा. करीब एक माह बाद प्राप्त होने वाली इस रिपोर्ट को सीबीआइ अपने चार्जशीट में शामिल करेगी.