देवघर: झारखंड राज्य कारा दैनिक कर्मी एसोसिएशन के आह्वान पर मंडल कारा के दैनिक वेतनभोगी कर्मी भी सोमवार से काला बिल्ला लगा कर विरोध जतायेंगे.
प्रथम चरण में 13 से 16 अक्तूबर तक कारा के दैनिक कर्मी काला बिल्ला लगा कर सेवा देंगे. दूसरे चरण में 17 अक्तूबर को सभी स्वेच्छा से एक दिन भूखे रह कर अपनी सेवा देंगे. उक्त जानकारी झारखंड राज्य कारा दैनिक कर्मी एसोसिएशन के सचिव रितेश शेखर के हवाले से स्थानीय शाखा के सदस्यों ने दी है. उन्होंने काराओं में कार्यरत दैनिक कर्मी को इस बात का ध्यान रखने का निर्देश दिया है कि प्रथम व दूसरे चरण के कार्यक्रम में संघ सदस्य पूर्णत: अनुशासित रहें. किसी भी परिस्थिति में कार्य बहिष्कार नहीं करें. साथ ही हर दिन के आंदोलन की जानकारी से प्रतिदिन संध्या राज्य नेतृत्व को अवगत कराने का भी निर्देश दिया गया है. बावजूद अगर इन लोगों की मांगों पर विचार नहीं हुआ तो तृतीय चरण में सात से 14 नवंबर तक राज्य भर के दैनिक कर्मी अपने-अपने कार्यालय को लिखित सूचना देकर सामूहिक अवकाश पर रहेंगे.
क्या है दैनिक कारा कर्मियों की प्रमुख मांगें
सभी संवर्गो के दैनिक कर्मियों के पारिश्रमिक (मजदूरी) में वर्तमान महंगाई व अन्य विभागों के समान कार्य के बदले एक समान मानदेय का भुगतान हो, इएसआइ-इपीएफ की सुविधा मिले, 10 वर्ष या उससे अधिक समय से कार्यरत दैनिक कर्मियों की सेवा स्वीकृत व रिक्त पदों पर समायोजित की जाय, राज्य के सभी काराओं में वर्तमान जनसंख्या के आधार पर पदों की गणना कर अतिरिक्त पद सृजन की जाय व न्यायालय के आदेश से आच्छादित दैनिक कर्मियों को वेतनमान और महंगाई भत्ते का भुगतान हो.
10 दैनिक कर्मी हैं मंडल कारा में
जानकारी हो कि मंडल कारा में 10 दैनिक वेतनभोगी कर्मी कार्यरत हैं. कारा से प्राप्त जानकारी के मुताबिक दैनिक कर्मी के तौर पर भूदेव प्रसाद राय, नंदलाल कुमार, अरुण कुमार, कार्तिक पांडेय, रामानुज ठाकुर, मनोज मेहतर, शंभू चौधरी, पंकज मेहतर, विक्की हाड़ी व मंटू मेहतर मंडल कारा में कार्यरत हैं.