सोनारायठाढ़ी: पंचायती राज के ढाई साल बीतने के बाद भी प्रखंड के भौड़ा जमुआ पंचायत के भेलवाटांड़ गांव की सूरत नहीं बदली है. टोले की आबादी करीब चार सौ है.
पेयजल की समस्या आज भी इस गांव में पांव पसारे हुए है. गांव में एक अदद चापानल तक नहीं है. यहां के तकरीबन 50 लोग काम की तलाश में दूसरे राज्यों की ओर रुख कर गये हैं. गांव में एकमात्र कुआं है जो काफी पुराना हो चुका है.
लोग पिपरा विद्यालय से पानी लाकर पीते हैं. गरमी आते ही लोगों को पानी के लिए तरसना पड़ता है. ग्रामीणों ने चापानल की मांग को लेकर कई बार बीडीओ को आवेदन भी दिया. इसके बाद बोरिंग गाड़ी गांव पहुंची मगर बगैर बोरिंग किये वापस चली गयी. अब ऐसे में ग्रामीणों की समस्या का कैसे समाधान होगा यह समझ से परे है.