देवघर : देवघर में अप्राकृतिक मौत यानी अननेचुरल डेथ (यूडी) के मामलों में काफी इजाफा हुआ है. केस दर्ज होने का सिलसिला थम नहीं रहा है. देवघर अनुमंडल के विभिन्न थाना क्षेत्रों में हर दिन किसी न किसी प्रकार की मौत की घटनाएं हो रही हैं. हत्या के मामलों में तो एफआइआर दर्ज हो जाता है जिसमें किसी न किसी की संलिप्तता होती है, लेकिन अप्राकृतिक मौतों की जो वारदातें हो रही है, उस संबंध में यूडी केस दर्ज कर अनुमंडल दंडाधिकारी (एसडीएम) की अदालत में भेज दिया जाता है. देवघर जिला में दो अनुमंडल है- देवघर व मधुपुर.
दोनों अनुमंडल के परिक्षेत्र में मुख्य पूर्व रेल मार्ग के अलावा दुमका व गिरिडीह रेल मार्ग हैं. देवघर एसडीएम कोर्ट में जनवरी 2019 से लेकर अक्तूबर की समाप्ति तक कुल 213 यूडी केस दर्ज हो चुके हैं. प्रतिमाह के हिसाब से देखा जाये तो हर माह 16 लोगों की अप्राकृतिक मौतें हो रही है. सबसे अधिक मौत सड़क दुर्घटना की हैं जिसकी संख्या 61 है. दूसरे स्थान पर ट्रेन से कटकर मरने वालों की संख्या 45 है. आत्म हत्या करने वालों की संख्या तीसरे स्थान पर 39 है.
इसमें फंदा लगाकर मरने व जहर खाकर मरने वाले शामिल हैं. अप्राकृतिक विपदा से हुई मौतों की संख्या सबसे कम 15 है. अधिकांश यूडी केस जो दर्ज हुए हैं, उसमें सबसे अधिक युवकों की ही मौतें हैं. अज्ञात वाहनों के धक्के से मौत के संदर्भ में भी यूडी केस दर्ज हुआ है, इसमें युवक व युवती दोनों की मौत शामिल हैं.