देवघर/गया: देवघर के नगर थाने की बरमसिया-रिफ्यूजी कॉलोनी से गायब यौन शोषण कांड की पीड़िता ताप्ती (काल्पनिक नाम) को गया रेल थाने की पुलिस ने सोमवार को गया रेलवे स्टेशन से बरामद किया.
रेल थाना प्रभारी अरविंद कुमार मिश्र सहित अन्य पुलिस पदाधिकारियों ने युवती से पूछताछ की. इसके बाद प्रभावती अस्पताल में उसका मेडिकल चेकअप कराया.
श्री मिश्र ने बताया कि युवती के बरामद होने की जानकारी देवघर के नगर थाना पुलिस को दे दी गयी है. सूचना मिलते ही एसपी राकेश बंसल के निर्देश पर नगर थाने के एएसआइ अमरेंद्र कुमार के नेतृत्व में महिला पुलिस के साथ टीम को गया भेजा गया है. साथ में ताप्ती के माता-पिता भी पुत्री को लाने गया गये हैं. हालांकि पुत्री के गायब होने के बाद ताप्ती के पिता ने पुत्री के अपहरण की लिखित शिकायत नगर थाने में दी थी. उस आधार पर नगर पुलिस ने एक सरकारी वकील के मुंशी को थाना लाकर पूछताछ भी की. ताप्ती की बरामदगी की सूचना के बाद नगर पुलिस ने उक्त मुंशी को पीआर बांड पर थाने से छोड़ दिया. इस संबंध में नगर पुलिस का कहना है कि ताप्ती के आने के बाद ही स्पष्ट होगा कि मामला क्या है.
गया में क्या हुआ
जानकारी के अनुसार, सोमवार की सुबह रेलवे स्टेशन पर गया-पटना लाइन से सटी पानी टंकी स्थित रेलवे कैंटीन के पास संदिग्ध अवस्था में एक युवती को देखा गया. लोगों ने शोर मचाया, तो वहां मौजूद कैंटीन के सुपरवाइजर अवधेश सिंह ने रेल थाना पुलिस को सूचना दी. युवती अर्ध बेहोशी की हालत में थी. मौके पर पहुंची रेल थाने की महिला सिपाहियों ने युवती से पूछताछ की. इधर, रेल थाना प्रभारी श्री मिश्र ने बताया कि युवती की पहचान देवघर के नगर थाने की बरमसिया-रिफ्यूजी कॉलोनी निवासी ताप्ती के रूप में की गयी है. युवती ने बताया है कि कुछ लोगों ने घर से उसका अपहरण कर लिया था. उसे बेहोश कर दिया गया था. जब होश आया, तो वह ट्रेन में एक सीट के नीचे थी. ट्रेन में काफी संख्या में कांवरिये थे. ट्रेन रुकी, तो वह अपहर्ताओं के चंगुल से भाग निकली. रेल थाना प्रभारी ने बताया कि युवती गया-किऊल पैसेंजर ट्रेन से उतरी थी.
क्या शिकायत दी है ताप्ती के पिता ने
इस मामले में ताप्ती के पिता ने नगर थाना पुलिस से सोमवार को अपनी बेटी के अपहरण से संबंधित एक शिकायत की है. उस आवेदन में पिता ने बताया है कि 27 जुलाई की रात करीब 12 बजे उनके परिवारवाले खाना खाकर सो गये. परिवारवालों की सुरक्षा में जिला बल के हवलदार भी वहां मौजूद थे. देर रात करीब तीन बजे उनकी छोटी बेटी बाथरूम जाने के लिए उठी, तो उसकी बहन ताप्ती अपने बेड पर नहीं थी. छोटी बहन ने शोर-गुल किया, तो परिवारवालों व हवलदार ने खोजबीन की. लेकिन, ताप्ती नहीं मिली. छानबीन के दौरान उनके घर के कैंपस के पास चप्पल व कुछ लोगों के पैर के निशान मिले.
सरकारी वकील के कर्मचारी पर प्रलोभन व धमकी देने का आरोप
शिकायत में ताप्ती के पिता ने बताया है कि 25 जुलाई को एक सरकारी वकील का उक्त मुंशी उनके घर आया था. उस वक्त ताप्ती सहित तीनों पुत्री ही घर पर थी. सरकारी वकील के मुंशी ने इस मामले में दोनों आरोपितों से पांच-पांच लाख रुपये दिला कर सुलह कर लेने का प्रलोभन दिया था. साथ ही, उनकी बेटी की शादी एक आरोपित से कराने का भी लालच दिया था. इस बात से इनकार करने पर कर्मचारी ने अंजाम बुरा होने की धमकी भी दी थी. यह भी जिक्र है कि उक्त मुंशी ने इसके पूर्व एक दिन माता-पिता के साथ ताप्ती को अपने घर पर बुलाया था. जहां एक आरोपित के भाई-भाभी व दूसरे आरोपित का पुत्र भी मौजूद था. वहां भी इस मामले में सुलह करने की धमकी दी थी. इसीलिए अपहरण की शंका उन्हीं लोगों पर है.
2013 में युवती ने दर्ज कराया था यौन शोषण का मामला
वर्ष 2013 में युवती ने देवघर के नगर थाने में देवघर के तत्कालीन जिला कल्याण पदाधिकारी (डीडब्ल्यूओ) अशोक प्रसाद व डीपीआरओ जवाहर कुमार के विरुद्ध नौकरी का झांसा देकर यौन शोषण करने की प्राथमिकी (कांड संख्या-150/13) दर्ज करायी थी.
इस मामले में वर्तमान में आरोपित डीडब्ल्यूओ अशोक प्रसाद रिम्स (झारखंड) के कैदी वार्ड में बंद हैं और डीपीआरओ जवाहर कुमार देवघर स्थित मंडल कारा में बंद हैं. इस मामले में देवघर की अदालत में ट्रायल चल रहा है. बहुत जल्द चार्ज फ्रेम होने वाला है. इसी बीच रविवार की देर रात युवती अपने घर से गायब हो गयी.