देवघर: श्रावणी मेले को महज दो दिन शेष बचे है. ऐसे में जिला प्रशासन की ओर से मेले को सफल बनाने के लिए जोरदार तैयारी चल रही है. इसी क्रम में कांवरिया पथ स्थित खिजूरिया से दुम्मा बार्डर के बीच कांवरियों को बेहतर सुविधा प्रदान करने के लिए पेयजल स्वच्छता विभाग (पीएचइडी) की ओर से पथ में शौचालय, स्नानागार में साफ-सफाई व गरमी से राहत पहुंचाने के लिए इंद्र वर्षा, वरूण वर्षा व फोंटेन वर्षा की योजना बनायी है.
इसके लिए पीएचइडी की ओर से पूरे कांवरिया पथ में खिजुरिया, नवाडीह व दुम्मा इलाके के आधा दर्जन से अधिक स्थलों पर ड्रीलिंग मशीन से बोरिंग कराये गये हैं. मगर दुर्भाग्यवश नवाडीह गांव में ड्रीलिंग मश्ीान द्वारा कराये गये तीन बोरिंग फेल हो गया.
ये सभी बोरिंग 180 से 200 फीट की गहराई तक किये गये हैं. बावजूद इतनी गहराई के उन स्थलों से पानी का बूंद तक नहीं निकला. इस बात से विभागीय पदाधिकारियों की चिंता बढ़ गयी है. बोरिंग फेल होने से उनकी महत्वाकांक्षी योजना अधर में लटकती नजर आ रही है. समस्या के निदान के लिए आनन-फानन में दूसरी जगह फिर से बोरिंग कराये जाने की योजना है ताकि योजना को सफलीभूत किया जा सके . विभागीय सूत्रों की मानें कांवरिया पथ में एचवाइडीटी कराये जाने की आवश्यकता है. मगर विभागीय पदाधिकारी व कर्मचारियों के आपसी तालमेल की वजह से कम पावर वाले ड्रीलिंग मशीन से बोरिंग कराया जा रहा है. इस मशीन की क्षमता महज 200 फीट गहराई तक बोरिंग करने की है. जबकि बड़ी मशीन से एचवाइडीटी कराये जाने पर पानी का स्रोत भी बड़ा मिलता. इससे स्थाई रूप से योजना को लाभ मिल सकता है. मगर कमीशनखोरी की वजह से छोटे ड्रील मशीन से काम कराया गया. नतीजा तीन-तीन स्थल में 200 फीट की गहराई के बाद भी पानी नहीं निकला. इससे विभाग को आर्थिक नुकसान सहना पड़ेगा. ड्रील मशीन के मालिक अपने काम के एवज में पैसे तो लेंगे ही.
विभाग की ओर से जोरदार तैयारी की जा रही है. नवाडीह इलाके में कई जगह बोरिंग के बाद पानी नहीं निकलने की सूचना मिली है. विभाग का प्रयास है कि हर हाल में कांवरिया पथ व मेला क्षेत्र में कांवरियों को शुद्ध पेयजल, शौचालय के लिए जल व गरमी से राहत के लिए वर्षा कराने की योजना है.
– तपेश्वर चौधरी, इइ,पीएचइडी.