देवघर: एक ओर सीबीआइ देवघर के जमीन घाटाले की जांच के लिए देवघर का चप्पा-चप्पा छान रही है. वहीं दूसरी ओर सीबीआइ की नाक के नीचे नन सेलेबुल को सेलेबुल बनाकर जमीन पर कब्जा करने का सिलसिला अब भी चल रहा है. भू-माफियाओं को सीबीआइ का भी खौफ नहीं रह गया है.
उक्त बातें झारखंड विधानसभा के स्पीकर शशांक शेखर भोक्ता ने सर्किट हाउस में ग्रामीणों की व्यथा सुनने के बाद कही. उन्होंने कहा कि देवघर प्रखंड अंतर्गत सिकदारडीह और माधोपुर जो मानिकपुर पंचायत अंतर्गत आता है, वहां के सैकड़ों ग्रामीण उनके पास अपनी जमीन बचाने की फरियाद लेकर आये थे.
उन्होंने तत्काल इसकी जांच के लिए डीसी, एसपी और सीओ को कहा है. उन्होंने कहा कि इस मामले को वे गंभीरता से ले रहे हैं और प्रशासनिक कार्रवाई का निर्देश दे चुके हैं. उन्होंने कहा कि सिस्टम में ही गड़बड़ी है इसलिए अब भी यह सब हो रहा है. स्पीकर ने कहा कि प्रशासन जल्द इसकी जांच करें और मालिकाना हक तय करके असल रैयत को उसकी जमीन पर कब्जा दिलवायें.
दोनों गांव में 18 एकड़ जमीन पर है कब्जा
ग्रामीणों के अनुसार मानिकपुर पंचायत के सिकदारडीह और माधोपुर जो दलित व आदिवासी बहुल गांव है. इस गांव के लोगों की जमीन कोड़ाडीह मौजा में है. यहां के तकरीबन 18 एकड़ जमीन का फरजी दस्तावेज तैयार करके सेलेबुल बनाकर कुछ दबंग किस्म के लोगों ने कब्जा कर लिया है. उनकी जमाबंदी जमीन पर वे लोग चढ़ने तक नहीं देते. हाल ही में दो ग्रामीण को उन लोगों ने मार-पीट गंभीर रूप से जख्मी कर दिया है. इस पर भी जसीडीह पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है. इस पर स्पीकर ने एसपी को कार्रवाई के लिए कहा. ग्रामीणों के साथ मानिकपुर के मुखिया सह झामुमो के जिला सचिव संजय शर्मा सहित कई लोग उपस्थित थे.