देवघर: लोकसभा चुनाव-2014 के मद्देनजर 24 अप्रैल को गोड्डा संसदीय क्षेत्र में मतदाताओं ने अपने वोट डाले. मगर दुर्भाग्यवश निगम क्षेत्र के वार्ड नंबर-03 अंतर्गत बेलाबगान मुहल्ले के सैकड़ों मतदाताओं को निराश होकर लौटना पड़ा.
वोटर आइकार्ड रहने के बावजूद वोटर लिस्ट में नाम न रहने से उन्हें वोट दिये वगैर लौटना पड़ा. अंतत: वंचित वोटरों ने आक्रोशित होकर पहले तो प्रशासनिक व्यवस्था का विरोध जताया. बाद में वोटरों ने वार्ड पार्षद पतंजलि नारायण सुमन के नेतृत्व में वोट वहिष्कार करते हुए भूमि संरक्षण कार्यालय परिसर स्थित बूथ संख्या-135,136 व 137 के मुख्य दरवाजे पर ताला बंदी करने की बातें कही. इस बात की जानकारी होते ही देवघर बीडीओ सुलेमान मुंडारी, नगर पुलिस इंस्पेक्टर अरविंद उपाध्याय, नगर थाना प्रभारी एनडी राय सदल-बल उपरोक्त बूथ पर पहुंचे. मगर मुहल्ले के तकरीबन दर्जनों लोग रोष जताते हुए उनकी बात मानने को तैयार नहीं हो रहे थे. इस बात की जानकारी वंचित वोटरों ने और पदाधिकारियों ने मोबाइल पर जिले के वरीय पदाधिकारी को अवगत कराया.
एसडीओ ने मामला संभाला
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए वरीय पदाधिकारियों ने फौरन अनुमंडल दंडाधिकारी को बेलाबगान मुहल्ला स्थित भूमि संरक्षण कार्यालय के लिए रवाना किया. बूथ पर पहुंचते ही भीड़ को देख एसडीएम जय ज्योति सामंता नाराज हो गये. वे घटनास्थल पर पहुंचते ही वहां मौजूद पुलिस इंस्पेक्टर व थाना प्रभारी को आदेश देते हुए जल्द से जल्द बूथ के समीप से भीड़ को हटाने का निर्देश दिया. मगर भीड़ न हटने पर उन्होंने खुद ही कमान संभाल लिया और पुलिस कर्मियों की मदद से मतदान स्थल के आसपास से लोगों को खाली करवाया.
एसपी से किया सवाल
थोड़ी देर बाद एसपी राकेश बंसल पत्नी के साथ वोट डालने के लिए जिला भूमि संरक्षण कार्यालय स्थित बूथ पहुंचे. मगर सूची में नाम न रहने के कारण वे लौट रहे थे. तभी मुख्य दरवाजे पर कुछ लोगों ने उन्हें आइकार्ड दिखाते हुए वोट से वंचित रहने की बात कही. इस सवाल पर एसपी ने चुनाव आयोग की ओर से चार दफे अखबारों में विज्ञापन देने की बात कही. मगर जागरुकता के अभाव में यह समस्या उत्पन्न होने की बात कही गयी. उनकी बात सुनने के बाद शोर मचाने वाले वापस लौट गये. जबकि पुन: बूथ नं. 138 पर एसपी ने पत्नी के साथ वोट किये.