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एक शिक्षक के भरोसे 826 छात्रों की शिक्षा
सोनाराययठाढ़ी: सरकार शिक्षा के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, ताकि हर तबके के छात्रों को आसानी से शिक्षा मिल सके. लेकिन, संसाधन के अभाव में छात्रों को शिक्षा नहीं मिल पा रही है. प्रखंड के एक मात्र उच्च प्लस टू उच्च विद्यालय की स्थिति अच्छी नहीं है. उच्च विद्यालय सोनारायठाढ़ी को इसी […]
सोनाराययठाढ़ी: सरकार शिक्षा के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, ताकि हर तबके के छात्रों को आसानी से शिक्षा मिल सके. लेकिन, संसाधन के अभाव में छात्रों को शिक्षा नहीं मिल पा रही है. प्रखंड के एक मात्र उच्च प्लस टू उच्च विद्यालय की स्थिति अच्छी नहीं है. उच्च विद्यालय सोनारायठाढ़ी को इसी साल प्लस 2 विद्यालय का दर्जा मिला है. सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने नामांकन भी करा लिया, लेकिन विद्यालय में एक ही शिक्षक होने से छात्रों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है.
इस विद्यालय की स्थापना वर्ष 1963 में हुई थी. स्थानीय लोेगों का कहना है कि शिक्षकों की इतनी बड़ी कमी कभी नहीं हुई थी. शिक्षकों के नहीं रहने के कारण छात्र कम संख्या में आते हैं. जो आते हैं वे केवल हाजिरी बनाने के लिये आते हैं. जबकि एक मात्र शिक्षक कक्षा लेने, कार्यालय का दायित्व संभालने से लेकर प्रधानाध्यापक तक की भूमिका निभाते हैं.
नामांकित छात्रों की संख्या
विद्यालय में नौवीं कक्षा में छात्रों की संख्या 170 व छात्राओं की 122 है, दसवीं में 178 छात्र व 168 छात्राएं हैं. इंटरमीडिएट कला में 63 छात्र व 86 छात्राएं हैं. इंटर विज्ञान में छात्रों की संख्या 37 व छात्राओं की दो है.
कहते हैं प्रधानाध्यापक
प्रभारी प्रधानाध्यापक जहीर अब्बास ने बताया कि विद्यालय में शिक्षक नहीं रहने से काफी परेशानी होती है. कार्यालय के साथ-साथ कक्षा का संचालन भी उन्हें ही करना पड़ता है. शिक्षकों की बहाली के लिये कई बार विभाग से आग्रह किया गया है, लेकिन अब तक शिक्षक की बहाली नहीं हो सकी है.
कहते हैं डीइओ
डीइओ अशोक कुमार शर्मा ने कहा कि शिक्षकों की बहाली की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. समस्या का समाधान हो जायेगा.
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