देवघर: गुप्त सूचना पर सारवां मोड़ के समीप चेकिंग में पकड़े गये अपाची बाइक सवार जामताड़ा जिले के करमाटांड़ थाना क्षेत्र के युवकों के मामले में साइबर आरोप के तहत एएसआइ गुप्तेश्वर पांडेय ने नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी. मामले में करमाटांड़ थाना क्षेत्र के तेलकियारी गांव निवासी पकड़े गये संजय यादव व चुनचुन यादव को आरोपित बनाया गया है.
तलाशी अभियान में पुलिस ने संजय के पास से राजेश कुमार यादव के नाम का बैंक ऑफ बड़ोदा का एटीएम कार्ड, नगद 12630 रुपया और चुनचुन के पास से मल्टीमीडिया मोबाइल सहित इलाहाबाद बैंक व कोटेक महिंद्रा का एटीएम कार्ड, 8300 रुपया नगद, चुन कुमार के नाम का एक आधार कार्ड बरामद किया. बरामद आधार कार्ड का पुलिस द्वारा बेलाबगान प्रज्ञा केंद्र में सत्यापन कराने पर फर्जी निकला. उपरोक्त सामग्री की जब्ती सूची के साथ गिरफ्तार आरोपितों संजय व चुनचुन को नगर पुलिस ने कोर्ट में पेश कराया. कोर्ट के निर्देश पर दोनों आरोपितों को पुलिस द्वारा मंडल कारा भेज दिया गया.
प्राथमिकी में जिक्र है कि एएसआइ पांडेय 12 अक्तूबर को दिवा गश्ती व बैंक चेकिंग कर रहे थे, तभी सूचना मिली कि करमाटांड़ से दो साइबर आरोपित एक अपाची (जेएच 15 एन 8386) पर सवार होकर देवघर की तरफ आ रहे हैं. अपाची सवार दोनों युवक बैंक अधिकारी बनकर साइबर ठगी करते हैं. उक्त सूचना पर वे लोग सारवां मोड़ पहुंचे और घात लगाये खड़े रहे. कुछ देर में उक्त अपाची बाइक पहुंची तो रोककर पूछताछ किया. नाम-पता पूछकर दोनों की तलाशी लेने के बाद थाना ले आया.
फिर दो संदिग्ध को पुलिस ने पकड़ा
देवघर. गुप्त सूचना पर नगर थाना की पुलिस ने शुक्रवार शाम में फिर दो संदिग्ध साइबर आरोपितों को हिरासत में लिया है. हिरासत में लिये गये उक्त दोनों संदिग्ध आरोपित जामताड़ा जिले के करमाटांड़ थाना क्षेत्र का रहने वाला बताया जा रहा है. इन दोनों के पास से पुलिस ने रुपये, एटीएम कार्ड आदि बरामद किया है. पुलिस दोनों संदिग्धों के बैंक डिटेल्स खंगालने में जुटी है. समाचार लिखे जाने तक इस मामले में पुलिस कुछ भी बताने से इनकार कर रही है.
पूछताछ में आरोपितों ने बैंक अधिकारी बनकर ठगी की बात स्वीकारी
प्राथमिकी में यह भी जिक्र है कि दोनों आरोपितों ने पूछताछ में पुलिस के सामने बैंक अधिकारी बनकर ठगी करने की बात स्वीकार ली है. उनलोगों ने बताया कि गूगल में किसी राज्य के मोबाइल का पहला पांच अंक का नंबर निकालकर अपने मन से पांच अंक जोड़कर फोन लगाते हैं. फोन लगने पर मोबाइल धारक को अपनी पहचान बैंक अधिकारी के तौर पर देते हैं. एटीएम ब्लॉक व एक्सपायर होने का झांसा देकर डिटेल्स जानकारी लेकर उनलोगों के एकाउंट से पैसे उड़ा लेते हैं. पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि बरामद एटीएम का प्रयोग रकम ट्रांसफर में किया है और बरामद आधार कार्ड से सीमकार्ड भी खरीदी है. इस संबंध में नगर थाना कांड संख्या 637/17 भादवि की धारा 419, 420, 467, 468, 471 व 66(बी), 66(सी) आइटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर पुलिस पड़ताल में जुटी है.