विद्यालय के विकास के लिए अविलंब भवन का जीर्णोद्धार करने का निर्देश दिया. डीसी ने कहा कि सरकारी विद्यालयों के पास जो फंड उपलब्ध है, उसे विद्यालय के विकास, रंग-रोगन, पौधरोपन आदि पर खर्च करें. विद्यालय में छात्रों की उपस्थिति व बेंच-डेस्क की उपलब्धता की जानकारी लेते हुए विद्यालय प्रांगण, कक्षाओं एवं कार्यालय को साफ-सुथरा रखने पर विशेष जोर दिया.
उन्होंने कहा कि विद्यालय में बच्चे अपना बहुत समय बीताते हैं. ऐसे में बच्चों को स्वच्छता का माहौल नहीं मिलेगा तो उन्हें स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. इससे बच्चों के पठन-पाठन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना बनी रहती है. हमलोगों का प्रयास होना चाहिए कि हम उन्हें विद्यालय में स्वच्छ माहौल प्रदान करें, ताकि बच्चे अपने घरों के साथ-साथ आस पड़ोस की साफ-सफाई के लिए प्रेरित हो सके. डीसी ने कहा कि नगर भवन के नवीनीकरण का काम जल्द शुरू किया जायेगा. वहां की खाली पड़े जमीन का मल्टीपरपस उपयाेग किया जायेगा. इस अवसर पर आरमित्रा प्लस टू विद्यालय के प्रधानाध्यापक डॉ शंकर प्रसाद सिंह, आरएल सर्राफ हाइस्कूल के सहायक शिक्षक अनिल कुमार, बीइइओ जसीडीह अरुण कुमार आदि उपस्थित थे.