देवघर : इन दिनों शहर में त्योहारों से पहले बिजली किल्लत शुरू हो गयी है. इसके कारण शहरवासियों की परेशानी बढ़ गयी है. वैसे तो दिन भर में दो-तीन घंटे बिजली कट होना आम बात है. उसे बिजली उपभोक्ता बरदाश्त भी कर लेते हैं. मगर शाम ढलने के बाद ट्रिपिंग व शट डाउन की जो समस्या शुरु होती है. उससे छात्र-छात्राअों को पढ़ने-लिखने अौर महिलाअों व युवतियों के मनोरंजन में व्यवधान में दिक्कत हो जाती है. यह रोज की समस्या बन गयी है.
जबकि विभाग की अोर से शहर को आवश्यकतानुसार फूल लोड बिजली मुहैया कराये जाने की बात कही जाती है. समस्या के निवारण के लिए शहर के विभिन्न मुहल्लों में रहने वाले उपभोक्ता समय-समय पर बिजली विभाग के कंप्लेन नंबर पर फोन कर शिकायतें करते रहते हैं. उन सारे कंप्लेन को शिकायत केंद्र के द्वारा संबंधित पदाधिकारियों को सूचित किया जाता है. मगर तब विभागीय पदाधिकारी समस्या के निदान का आश्वासन तो देते हैं. लेकिन तब भी उपभोक्ताअों की अधिकांश समस्याएं जस की तस रह जाती है. फिर सुबह उपभोक्ता की कोशिश के बाद ही समस्या का निदान हो पाता है.
ऐसे में आश्वासन के बाद भी लोगों की समस्याएं कम ही दूर हो पाती है.
टूट रहा लोगों का धैर्य : बीते तीन माह से 70 फीसदी उपभोक्ताअों को बिजली बुल विभाग की अोर से नहीं मिल सका है. पहले विभाग की अोर से घर-घर मीटर जांच के पश्चात पोस्टल डिपार्टमेंट से बिल मुहैया कराया जाता था. मगर हाल के दिनों में विभाग ने समस्या को दूर करने के लिए एसआरआइटी नामक एजेंसी को बिल का जिम्मा दे दिया है.
बिलिंंग एजेंसी ने उर्जा मित्रों के माध्यम से उपभोक्ताअों को अॉन द स्पॉट बिल व बिलिंग की सुविधा की शुरूआत की. मगर साफ्टवेयर में गड़बड़ी की वजह से निर्धारित बिल की जगह असमान बिल आने के कारण लोगों को सुविधा की जगह असुविधा बढ़ने से उर्जा मित्रों को बिल देने से रोक दिया गया. फिलहाल उपभोक्ता विभागीय पदाधिकारियों के आश्वासन के बाद सॉफ्टवेयर की गड़बड़ी दूर होने का इंतजार कर रहे हैं. लेकिन लोगों को एक भय यह भी सता रहा है कि यदि विभाग की अोर से विश्वकर्मा पूजा व दशहरा से पहले बिल मुहैया कराया गया तो त्योहार का मजा किरकिरा सकता है.