सही संचालन नहीं होने से पुस्कालय में रखी किताबों की स्थिती दयनीय हो गयी है. कुछ एक किताबें हैं जिन्हें छूने से फट जा रही हैं. पुस्कालय में करीब साढ़े छह सौ किताबें हैं.
लेकिन विभाग की ओर से उनके रख-रखाव के लिये सिर्फ एक अलमीरा दी गयी है. जिस कारण किताबों का सही से रख-रखाव नहीं हो पर रहा है. रेल कर्मियों का कहना है कि पुस्कालय समय पर नहीं खुलने से किसी भी रेल कर्मी को किताब नहीं मिल पाता है. जिससे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. उन्होंने कहा कि पढ़ने के लिये किताबें बाहर से खरीदनी पड़ रही हैं.