उन्होंने आशंका जतायी कि यह घटना पूरी तरह से सफेदपोशों द्वारा राजनीति साधने के उद्देश्य से कराया गया है. उन्होंने ग्रामीणों से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि जनता के सहयोग से ही पुलिस इसका उदभेदन करेगी. जो भी व्यक्ति इस घटना में संलिप्त लोगों के बारे में मधुपुर पुलिस या देवघर पुलिस अधीक्षक को गुप्त सूचना देगा उसका नाम पूरी तरह से गोपनीय रखा जायेगा और डीआइजी दुमका द्वारा 10 हजार का ईनाम उन्हें दिया जायेगा.
उन्होंने कहा कि तीन दिन के अंदर इलाके के जिप सदस्य, मुखिया, पंसस, वार्ड सदस्य, सदर सेक्रेटरी आदि मिलकर धार्मिक स्थलो की सुरक्षा के लिए छोटी छोटी कमेटी बनायें और इन स्थलों की निगरानी करें. प्रशासन उन्हें पूरा सहयोग देगी. उन्होंने कहा कि हर हाल में कांड में संलिप्त लोगों को पुलिस पकड़ेगी. इस अवसर पर अधिकारियों की ओर से कार्यपालक दंडाधिकारी राजेंद्र प्रसाद गुप्ता, करौं सीओ अखिलेश कुमार, मधुपुर सीओ संतोष कुमार सिंह, इंस्पेक्टर इंचार्ज विनोद कुमार ने अपना अपना विचार व सुझाव रखा. आम नागरिकों की ओर से अरविंद कुमार, जिप सदस्य बलवीर राय व दिनेश्वर किस्कू, मुखिया हृदय राय, वार्ड पार्षद रवि रवानी, अवनी भूषण, आदिल रशिद, बिनु यादव, मो फेकु, रकीब अंसारी, गुलाम सरवर, सचिन रवानी, जियाउल हक आदि ने अपने अपने विचार रखे. मौके पर मोती सिंह, अजय सिंह, अवध भैया, सुशांत राय, पालोजोरी के पुलिस निरीक्षक बीके सिंह, एसआइ संतोष झा, अमर झा, कैलाश यादव आदि मौजूद थे.