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Sawan 2020 : षोडशोपचार विधि से हुई बाबा बैद्यनाथ की पूजा, ऑनलाइन दर्शन कर रहे हैं श्रद्धालु

Sawan 2020 : श्रावण मास शुक्ल पक्ष तिथि अष्टमी तिथि मंगलवार को बाबा वैद्यनाथ (Baba Baidyanath) की षोडशोपचार विधि (Shodashopchar vidhi) से पूजा की गयी. इस अवसर पर सुबह लगभग 4:30 बजे बाबा मंदिर का पट खुला. सर्वप्रथम बाबा की दैनिक पूजा करने के लिए पुजारी विद्या झा एवं मंदिर कर्मी मुक्तानंद झा पूजा सामग्री के साथ बाबा मंदिर गर्भ गृह प्रवेश किये. सबसे पहले कांचा जल से बाबा की पूजा अर्चना हुई. इसके बाद सरकारी पूजा शुरू हुई. बाबा की पूजा को श्रद्धालुओं ने ऑनलाइन देखा.

Sawan 2020 : देवघर (दिनकर ज्योति) : श्रावण मास शुक्ल पक्ष तिथि अष्टमी तिथि मंगलवार को बाबा वैद्यनाथ (Baba Baidyanath) की षोडशोपचार विधि (Shodashopchar vidhi) से पूजा की गयी. इस अवसर पर सुबह लगभग 4:30 बजे बाबा मंदिर का पट खुला. सर्वप्रथम बाबा की दैनिक पूजा करने के लिए पुजारी विद्या झा एवं मंदिर कर्मी मुक्तानंद झा पूजा सामग्री के साथ बाबा मंदिर गर्भ गृह प्रवेश किये. सबसे पहले कांचा जल से बाबा की पूजा अर्चना हुई. इसके बाद सरकारी पूजा शुरू हुई. बाबा की पूजा को श्रद्धालुओं ने ऑनलाइन देखा.

मंगलवार को सबसे पहले सोमवार की शाम की शृंगार पूजा की सामग्रियों को हटाया गया. द्वादश ज्योतिर्लिंग को मखमल कपड़ा से साफ किया गया. इसके बाद पुजारी विद्या झा ने मंत्रोच्चार के बीच एक लोटा कांचा जल बाबा को अर्पित किये. इसके बाद बाबा का कांचा पूजा शुरू हो गया. इस बीच तीर्थ पुरोहितों को मंदिर प्रशासनिक भवन से बाबा मंदिर गर्भ गृह में प्रवेश कराया गया. सभी तीर्थ पुरोहितों ने बाबा पर कांचा जल चढ़ाया. यह लगभग आधा घंटा तक चला. इसके बाद सरकारी पूजा शुरू हुई. यह भी करीब आधा घंटा तक चला.

पुजारी विद्या झा ने बाबा बैद्यनाथ की षोडशोपचार विधि से पूजा की. बाबा पर मंत्रोचार के बीच फुल, विल्व पत्र, इत्र, चंदन, मधु, घी, दूध, शक्कर, धोती, साड़ी, जनेऊ चढ़ाये गये. इसके बाद सभी तीर्थ पुरोहितों के लिए बाबा मंदिर का पट खोल दिया गया.

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इस बीच महिला तीर्थ पुरोहित गुड़री देवी ने बाबा मंदिर परिसर स्थित देवी शक्ति मंदिरों में माता पार्वती, माता बगला, माता काली, माता संध्या देवी आदि को महास्नान कराकर सिंदूर लगायी. सुबह 6:30 बजे बाबा मंदिर सहित अन्य सभी मंदिरों का पट बंद कर दिया गया. भक्तों को मंदिर परिसर से आग्रह पूर्वक बाहर निकाल कर मंदिर प्रवेश पर रोक लगा दिया गया.

कोरोना के कारण बाबा मंदिर में भक्तों की भीड़ को कंट्रोल करने के लिए पूरे बाबाधाम में श्रद्धालुओं के आने पर मनाही है. स्थानीय भक्तों सहित सभी जगहों से आनेवाले बाहरी भक्तों के प्रवेश पर रोक है. इससे पूरा बाबा मंदिर परिसर खाली- खाली दिखता है.

पिछले साल श्रावणी मेला के 23वें दिन बाबा नगरी भक्तों से पटा रहता था. बिहार, यूपी, एमपी, राजस्थान, दिल्ली, बंगाल, असम, मणिपुर, ओड़िशा, भूटान, नेपाल आदि से देश- विदेश के भक्तों से पटा रहता था. बोल बम, जय शिव के जयकारो से मंदिर सहित आसपास का क्षेत्र गुंजायमान रहता था. पुलिस बल भक्तों को नियंत्रित करने में लगे रहते थे. विलियम्स टाउन बीएड कॉलेज परिसर में भक्तों को नियंत्रित किया जाता था. भक्तों को रोक- रोक कर बाबा मंदिर भेजा जाता था.

वहीं, भक्तों की सेवा के लिए जगह-जगह सेवा शिविर लगी रहती थी. कतार में लगे भक्तों को फल, चाय, नींबू- पानी, सादा पानी आदि वितरित किये जाते थे. लेकिन, इस बार सब कुछ विपरीत है. भक्तों को रोकने के लिए जगह-जगह पुलिस बल लगी हुई है. बाबा मंदिर की ओर आनेवाले सभी मार्गों पर नजर रखी जा रही है. पुलिस चेक पोस्ट बनी हुई है. सभी जगह पुलिस बल तैनात है. बाबाधाम आनेवाली सड़कों पर आने- जाने वाली गाड़ियों पर विशेष नजर रखी जा रही है. गाड़ी चालकों से परमिट मांगी जा रही है. परमिट देखने के बाद ही शहर प्रवेश करने दिया जा रहा है.

Posted By : Samir ranjan.

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