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जेपीसी सुप्रीमो विवेक की हत्या
पुलिस ने बिरहू जंगल से बरामद किया शव सिमरिया. जेपीसी संगठन के सुप्रीमो विवेक उर्फ गणेश मांझी उर्फ विजय यादव मारा गया. उसका शव मंगलवार को पुलिस ने बिरहू जंगल से बरामद किया. विवेक की हत्या गोली मारकर की गयी है. खून के निशान पर बिरहू के चंचला देवी के घर से पुलिस ने एके-47 […]
पुलिस ने बिरहू जंगल से बरामद किया शव
सिमरिया. जेपीसी संगठन के सुप्रीमो विवेक उर्फ गणेश मांझी उर्फ विजय यादव मारा गया. उसका शव मंगलवार को पुलिस ने बिरहू जंगल से बरामद किया. विवेक की हत्या गोली मारकर की गयी है.
खून के निशान पर बिरहू के चंचला देवी के घर से पुलिस ने एके-47 के चार खोखा बरामद किया है. पुलिस घटना स्थल पर पहुंच कर शव को कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए चतरा भेज दिया. एसडीपीओ नाजिर अख्तर ने बताया कि पहली नजर में लगता है कि विवेक की हत्या प्रेम-प्रसंग को लेकर की गयी है. हालांकि जांच की जा रही है.
चंचला देवी के घर से खोखा बरामद होना संदेह जाहिर करता है. घटनास्थल पर एसडीपीओ के अलावा इंस्पेक्टर ललन प्रसाद, थाना प्रभारी डोमन रजक भी पहुंचे थे. उन्होंने बताया कि विवेक कई वर्षों से संगठन में सक्रिय था. वह देवघर के मोहनपुर थाना के ग्राम नावाडीह निवासी मुकुंद मांझी का पुत्र था. वह संगठन में काफी दिनों से सक्रिय था. दो माह पूर्व जेल से छूट कर आया था. इस घटना से बिरहू में दहशत का माहौल है. साथ ही चंचला देवी के परिजन डरे व सहमे हैं. इस तरह दो साल में जेपीसी के दो वरीय कमांडर आपसी रंजीश में मारे गये हैं. इससे पूर्व बिरहू निवासी दिलचंद उर्फ गुड्डू गंझू भी मारा गया था.
टीपीसी के लोगों ने की विवेक की हत्या: जेपीसी
जेपीसी के प्रवक्ता नाग ने कहा कि टीपीसी के लोग चंचला श्रीवास्तव के साथ मिल कर जेपीसी सुप्रीमो विवेक की हत्या की है.घटना में कबीर गंझू, नीरज गंझू, बिरसा उरांव उर्फ विजय घटना में शामिल थे. कहा कि षडयंत्र रच कर घटना का अंजाम दिया गया है. विवेक की हत्या से संगठन को अपूर्णीय क्षति हुई है. इसका बदला लिया जायेगा. दूसरी ओर टीपीसी के प्रवक्ता नवल ने घटना में हाथ होने से इनकार किया है. उन्होंने कहा है कि जेपीसी का आरोप गलत है. विवेक आपसी वर्चस्व में मारा गया है.
कुछ दिन पूर्व ही जेल से छूटा था विवेक
जेपीसी नक्सली संगठन का सुप्रीमो विवेक के शरीर में आधा दर्जन से अधिक गोली का निशान पाये गये.घटना से क्षेत्र दहशत का माहौल है. घटना की पुष्टि करते हुए एसपी अंजनी कुमार ने कहा कि विवेक की हत्या चंचला देवी के घर कर शव जंगल में फेंका गया है. उसके घर से खोखा बरामद किया जाना संदेह जाहिर करता है. कुछ दिन पूर्व जेल से छूट कर वह आया था. हत्या के पीछे आपसी वर्चस्व व प्रेम-प्रसंग का मामला बताया जाता है. मामले की जांच की जा रही है. विवेक काफी दिनों से जेपीसी संगठन में सक्रिय था. वह देवघर जिले का रहनेवाला था.
पूर्व में मारे गये कई सुप्रीमो
जेपीसी के सुप्रीमो कलजीत गंझू की हत्या माओवादियों ने छह साल पूर्व कर दी थी. माओवादी एरिया कमांडर कृष्णा यादव के हत्या के प्रतिशोध में कलजीत मारा गया था. इसके बाद संगठन का दायित्व बिरहू निवासी दिलचंद उर्फ गुड्डू गंझू ने संभाला. दो साल पूर्व गुड्डू गंझू को उसी के बॉडीगार्ड ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.
इसके बाद विवेक को संगठन का सुप्रीमो बना. इस बीच विवेक जेल चला गया. जेल में रहकर भी वह सुप्रीमो बना रहा. संगठन का संचालन नाग करता रहा. जेल से आने के बाद विवेक पुन संगठन में सक्रिय था. इस दौरान सोमवार की देर रात उसकी हत्या कर दी गयी.
क्षेत्र में कई नक्सली संगठन सक्रिय
सिमरिया के पूर्वी क्षेत्र में कई नक्सली संगठन सक्रिय है. क्षेत्र में भाकपा माओवादी, टीपीसी, जेपीसी संगठन का वर्चस्व है. वर्चस्व को लेकर तीनों संगठनों के बीच कई बार मुठभेड़ हुआ.
इसमें कई लोग मारे गये. फिलहाल उक्त क्षेत्र में जेपीसी व टीपीसी सक्रिय है. कुछ लोग विवेक के हत्या के पीछे टीपीसी के हाथ बता रहे हैं. हालांकि टीपीसी ने इस घटना में हाथ होने से इनकार किया है. कहा है कि विवेक की हत्या आपसी रंजीश में की गयी है. पुलिस फिलहाल प्रेम-प्रसंग का मामला बता रही है. सूत्रों क् अनुसार वर्चस्व को लेकर विवेक की हत्या की गयी. यह गुत्थी अब जांच के बाद ही स्पष्ट हो पायेगी. जेपीसी संगठन विवेक के मारे जाने से हताहत है.
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