– दीनबंधु/धर्मेद्र –
सात साल से इसी तरह चल रहा है मांझीपारा मवि
चतरा/कुंदा : कुंदा प्रखंड का मध्य विद्यालय मांझीपारा सात साल से एक बरगद पेड़ के नीचे चल रहा है. इस स्कूल के बच्चे पेड़ के नीचे बैठ कर पढ़ाई करते हैं. विद्यालय भवन में पुलिस पिकेट होने के कारण पेड़ के नीचे विद्यालय संचालित हो रहा है.
यहां कक्षा एक से लेकर आठ तक की पढ़ाई होती है. यहां करीब 65 बच्चे खुले आसमान के नीचे जमीन पर बैठ कर पढ़ाई करने को विवश हैं.
किस कक्षा में कितने बच्चे : कक्षा एक में 11, दो में सात, तीन में 10, चार में 10, पांच में आठ, छह में नौ, सात में छह व कक्षा आठ में चार बच्चे पढ़ते हैं.
जमीन के अभाव में नहीं बना नया भवन : वर्ष 2008 में नये स्कूल भवन निर्माण के लिए झारखंड शिक्षा परिषद ने चार लाख 48 हजार रुपये दिये, लेकिन जमीन उपलब्ध नहीं होने के कारण भवन नहीं बना. वर्ष 2009 में सचिव ने पैसा वापस लौटा दिया.
बच्चों की व्यथा
– काटते हैं कीड़े, ब्लैक बोर्ड भी नहीं
कक्षा सात के अनुज कुमार ने बताया कि पेड़ के नीचे जमीन पर बैठ कर पढ़ाई करने से अक्सर बीमार हो जाते हैं. साथ ही कीड़े-मकोड़े के काटने का डर बना रहता है. इस कारण पढ़ाई ठीक ढंग से नहीं कर पाते हैं. कक्षा आठ के नगेंद्र कुमार ने कहा कि ब्लैक बोर्ड नहीं रहने के कारण गणित की पढ़ाई नहीं हो पाती है.
– अभिभावकों की मजबूरी
रवि साव ने बताया कि सात साल से उनका पुत्र पेड़ के नीचे जमीन पर बैठ कर पढ़ाई कर रहा है. बारिश होने पर बच्चे भींग जाते हैं और तबीयत खराब हो जाती है. महेंद्र भारती ने बताया कि स्कूल भवन में पुलिस पिकेट स्थापित कर दिया गया है. इस कारण बच्चों को पेड़ के नीचे पढ़ना पड़ रहा है.