इटखोरी : प्रखंड में लड़कियों की जन्म दर में निरंतर कमी आ रही है. स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार लड़कों की तुलना में लड़कियों की जन्म दर कम है. पीएचसी में इस वर्ष जनवरी से सितंबर तक 1090 प्रसव हुए, जिसमें 531 लड़की व 559 लड़कों ने जन्म लिया.
प्रत्येक माह की जन्म दर इस प्रकार है. जानकारी के अनुसार क्षेत्र में कन्या भ्रूण हत्या व्यापक पैमाने पर की जा रही है. इस बात को स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत कर्मी भी स्वीकारते है.
गुपचुप तरीके से अल्ट्रासाउंड मशीन लगा कर लिंग की जांच की जाती है. भ्रूण हत्या के कारण ही महिलाएं एनिमिया का शिकार हो रही है.
क्या कहती है महिला चिकित्सक : पीएचसी में पदस्थापित डॉ सीमा प्रकाश ने कहा कि लड़कियों की जन्म दर कम होना चिंता की बात है. लोगों को अपना सोच बदलना होगा. भ्रूण हत्या पर रोक लगाना होगा. एएनएम सुशीला कुमारी ने कहा कि बेटे की चाह में लोग बेटियों को गर्भ में ही मार देते हैं.