गिद्धौर : प्रखंड में मलेरिया पीड़ितों की संख्या लगातार बढ़ रही है. निजी क्लिनिकों में भी मलेरिया रोगियों की संख्या बढ़ती जा रही है. निजी पैथोलॉजिकल लैब व सरकारी अस्पताल के आंकड़े के मुताबिक पिछले 16 दिनों में लगभग 1200 मरीजों में मलेरिया की पुष्टि की गयी है़ बरसात के दिनों में मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाने से मलेरिया पीड़ितों की संख्या में इजाफा हो रहा है़.
ज्ञात हो कि प्रखंड में कई वर्षो से डीडीटी का छिड़काव नहीं हुआ है़ इसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है़ नया खाप गांव के सहदेव यादव ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से मलेरिया का इलाज करा रहे है़ अब तक 1200 रुपये खर्च हो चुके हैं. गिद्धौर के भुनेश्वर महतो पिछले कुछ दिनों से मलेरिया से ग्रसित हैं.
पैसे के अभाव में इलाज कराने में असमर्थ हैं. उन्होंने कहा कि मजदूरी कर पेट चलाते हैं. इलाज कराने के लिए पैसे नही हैं. सरकारी सुविधा मयस्सर नहीं : प्रखंड की आबादी लगभग 45 हजार है़ इतनी बड़ी आबादी को सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं को लाभ सुचारु रूप से नहीं मिल पा रहा है. अस्पताल होने के बावजूद यहां चिकित्सक नहीं हैं. इस कारण मरीजों को प्राइवेट चिकित्सकों से इलाज कराना पड़ रहा है़ संपन्न लोग बाहर जाकर अपना इलाज करा रहे हैं. वहीं गरीब तबके के लोग इलाज नहीं करा पा रहे है़.
जनप्रतिनिधियों ने की चिकित्सक की मांग : प्रमुख सुनीता देवी, मुखिया महेंद्र राम, निर्मला देवी व जवाहर यादव ने जिला प्रशासन से गिद्धौर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में नियमित रूप से चिकित्सकों के बैठने की मांग की है़.